रबी की फसल के लिए नहीं मिल पाएगा जरूरत अनुसार पानी: दो पाण का पानी ही मिलेगा
उदयपुर,(एआर लाइव न्यूज)। इस मानसून में उदयपुर संभाग में औसत से ज्यादा बारिश हुई। पीछोला-फतहसागर सहित छोड़े-बड़े कई जलाशय लबालब होकर छलके भी, लेकिन जयसमंद झील में नाम मात्र की आवक होने से किसानों को इस बार रबी की फसल के लिए जरूरत अनुसार चार पाण का पानी नहीं मिल पाएगा।(jaisamand lake udaipur salumber)
जलसंसाधन विभाग ने जयसमंद झील में उपलब्ध पानी की गणना कर तय किया है कि इस बार जयसमंद के कमांड एरिया के किसानों को रबि की फसल के लिए दो पिलाई के लिए ही पानी दिया जाएगा। नवबंर 2024 से जनवरी 2025 की अवधि में प्रथम पाण और द्वितीय पाण के लिए किसानों को पानी मिल जाएगा। उसके बाद यदि झील में पानी की उलब्धता रही तो किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिल सकेगा।
500 एमसीएफटी पानी उदयपुर शहर और सलूंबर क्षेत्र के गांवो में पेयजल के लिए है आरक्षित
जल वितरण को लेकर पिछले माह हुई बैठक में जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों ने झील में उपलब्ध पानी की जानकारी दी। अधिकारियों ने बैठक में किसानों को साफ बता दिया था कि पानी की उपलब्धता को देखते हुए इस बार सिंचाई के लिए दो पाण का पानी ही मिल सकेगा। किसान उसी को ध्यान में रखते हुए फसल की बुआई करे। जयसमंद की भराव क्षमता 14650 एमसीएफटी है इसमें से 500 एमसीएफटी पानी उदयपुर शहर और सलूंबर क्षेत्र के गांवो में पेयजल के लिए आरक्षित रहता है। शेष पानी से जयसमंद के कमांड एरिया के किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलती है।(jaisamand lake udaipur salumber)
इस साल मानसूनी सीजन में जयसमंद में करीब 6 फीट पानी ही बढ़ा
इस साल जयसमंद के कैचमेंट एरिया में मानसूनी सीजन में किसी भी दौर में उम्मीद अनुरूप बारिश नहीं हुई। उस कारण 9 नदियां और 99 नालों का पानी समाहित करने की झमता वाली इस झील में नाम मात्र की आवक हुई। कैचमेंट में अच्छी बारिश नहीं होने से 8.38 मीटर पूर्ण भराव स्तर के मुकाबले जयसमंद का जलस्तर 6 मीटर तक भी नहीं पहुंच पाया। मानसूनी सीजन में जयसमंद में करीब 6 फीट पानी ही बढ़ा। इसके चलते किसानों पर भी सीधा असर पड़ा है।
राजसमंद झील के कमांड एरिया के किसानों के लिए राहत भरा रहा मानसून
उदयपुर संभाग में जयसमंद के बाद राजसमंद झील का अपना एक ऐतिहासीक महत्व है। इस झील में इस मानसून में उम्मीद अनुरूप पानी की आवक होने से इसके कमांड एरिया के किसानों को सिंचाई के लिए पानी को लेकर बड़ी राहत मिली है।राजसमंद बांध राजसमंद जिले में जलसंसाधन विभाग की सबसे बड़ी एवं एकमात्र वृहद सिंचाई परियोजना है।
इस बांध की नहर प्रणाली की कुल लम्बाई करीब 162 किमी है। झील में 30 फीट के मुकाबले वर्तमान में 28 फीट का गेज होकर 3400 एमसीएफटी पानी उपलब्ध है। ऐसे में किसानों को रबी की फसल के लिए जरूरत अनुसार पानी मिल सकेगा। राजसमंद झील का गेज 11 फीट आने पर नहरों को बंद किया जाएगा।
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