- उदयसागर की निकासी क्षमता बढ़ाने का प्रस्ताव 12 साल से कागजों में अटका
- फतहसागर अब सिर्फ एक फीट खाली
उदयपुर,(एआर लाइव न्यूज)। उदयसागर अपनी पूर्ण भराव क्षमता से एक फीट ज्यादा भर चुका है और अभी भी आयड़ नदी से आवक बनी हुई है। उदयसागर का पूर्ण भराव स्तर 24 फीट है उसके मुकाबले यह 25 फीट भर चुका है। स्थिति को देखते हुए जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है। उदयसागर के बैक वाटर से प्रभावित होने वाले गांवों के लोगों की चिंता और ज्यादा बढ़ गई है। इधर मोरवानिया नदी से आवक जारी रहने सके 32 फीट पूर्ण भराव स्तर वाला बड़ी तालाब भी छलक गया है (udaipur badi talab overflow)।
बड़ी तालाब का पानी फतहसागर को भरने में सहयोग करेगा। मदार नहर से आवक बनी रहने से फतहसागर का जलस्तर 13 फीट के मुकाबले 12 फीट हो चुका है। ऐसे में इसके गेट खोलने का समय भी करीब आ चुका है। उदयपुर में आज भी सुबह से रूक रूक कर कई क्षेत्रों में बारिश का क्रम बना हुआ है।
छलकते बड़ी तालाब को देखने के लिए वीडियो पर क्लिक करें
अभी उदसागर के दोनों गेट सात-सात फीट खोल रखे है, उसके बावजूद आयड़ नदी से आवक बनी रहने से उदयसागर का जलस्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा। उदयसागर की निकासी क्षमता कम होने और शुरूआती दौर मेंं इसके दोनों गेट कम खोलने से क्षमता से ज्यादा पानी भरने की स्थिति बनी है। अब यदि कैचमेंट में तेज बारिश होने पर आयड़ नदी में फिर से बहाव तेज होता है, तो स्थिति और विकट हो सकती है।
2022 में उदयसागर क्षमता से साढ़े तीन फीट ज्यादा भर गया था। उससे पहले 2006 में उदयसागर के बैक वाटर ने टीलाखेड़ा, पनवाड़ी, मटून, खरबड़िया, भोईयों की पचोली, लकड़वास, कानपूर, खेगरों की भागल और नदीवाला खेड़ा में काफी तबाही मचाई थी। तब किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान फसल का हुआ था।
उदयसागर की निकासी क्षमता बढ़ाने का एस्टीमेट तक बन गया, लेकिन हुआ कुछ नहीं
पिछले कुछ वर्षां की स्थिति को देखते हुए उदयसागर के पानी की निकासी की क्षमता बढ़ाने पर ध्यान देने की जरूरत है। 2012 में उदयपुर के तत्कालीन संभागीय आयुक्त डॉ. सुबोध अग्रवाल ने प्रयास कर उदयसागर की निकासी क्षमता बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार करवाया था। बकायदा इस काम के लिए एस्टीमेट भी तैयार हो चुका था। उस समय सुबोध अग्रवाल झील संवर्धन एवं झील विकास सोसायटी के अध्यक्ष भी थे। उनका तबादला होने के बाद यह प्रस्ताव कागजों में अटक कर रह गया। कड़वी सच्चाई यह है कि वर्तमान में उदयपुर जिला प्रशासन के अधिकांश अफसरों को तो इसका पता भी नहीं होगा कि ऐसा कोई प्रस्ताव भी बना पड़ा है।
प्रदेश में कई जगह बारिश का दौर जारी
पिछले 24 घंटों में राजस्थान में नैनवा बूंदी में सर्वाधिक 141 मिलीमीटर बारिश हुई। उदयपुर शहर 22, बड़गांव 55, गोगुंदा 33, कोटड़ा 15, सायरा 54, भीलवाड़ा में खारी बंध 106, आसींद 102 मिलीमीटर बारिश हुई। कैचमेंट में भी बारिश से कई जलाशयों में पानी की आवक बनी हुई है। udaipur badi talab overflow, udaisagar water input more than capacity
खेरवाड़ा के लराठी गांव का रास्ता ऐसा हुआ कि एक कदम नहीं चल सकते लोग
उदयपुर जिले के खेरवाड़ा क्षेत्र के लराठी गांव का रास्ता इस विकट हालत में है कि वर्तमान में लोगों को एक कदम भी चलना मुश्किल हो गया है। क्षेत्रवासियों ने बताया कि लराठी गांव को खेरवाड़ा उपखंड से जोड़ने वाली इस रोड पर फिसलन के कारण बारिश के दिनों में आए दिन वाहन चालक फिसल कर घायल भी हो रहे है। वर्षां से प्रशासन और जनप्रतिनिधियों का ध्यान इस तरफ दिला रहे,लेकिन जनहित की अनदेखी की जा रही है।
डिसक्लेमर: एआर लाइव न्यूज (AR Live News) से मिलते-जुलते नामों से रहें सावधान, उनका एआर लाइव न्यूज से कोई संबंध नहीं है। एआर लाइव न्यूज के संबंध में कोई भी बात करने के लिए पत्रकार लकी जैन (9887071584) और पत्रकार देवेन्द्र शर्मा (9672982063) ही अधिकृत हैं।
रोचक वीडियोज के लिए एआर लाइव न्यूज के https://www.youtube.com/@arlivenews3488/featured यू-ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें