हेमेटाइट और मेगनेटाइट से स्टील उद्योग की होगी जरुरतें पूरी
जयपुर,( एआर लाइव न्यूज)। राजस्थान के करौली में आयरन ओर (लोह अयस्क) के विपुल भण्डार को देखते हुए खान विभाग को केन्द्र सरकार से चार ब्लॉक्स के कंपोजिट लाइसेंस के लिए नीलामी की अनुमति मिल गई है। सितंबर में भारत सरकार के ई-पोर्टल पर नीलामी की प्रक्रिया आरंभ की जा सकेगी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस वीनू गुप्ता ने बताया कि प्रदेश के माइनिंग सेक्टर के लिए यह इस मायने में बड़ी उपलब्धि मानी जा सकती है कि करौली के इन चारों ब्लॉकों में गुणवत्तायुक्त आयरन ओर के डिपोजिट होने से देश और प्रदेश में स्टील उद्योग को पर लग सकेंगे।
1888.33 हैक्टेयर में आयरन ओर के विपुल डिपोजिट के संकेत मिले हैं
एसीएस माइंस गुप्ता ने बताया कि आरंभिक खोज में करौली के हिण्डौन तहसील के खोहरा, डेडरोली, टोडपुरा और लिलोटी में 1888.33 हैक्टेयर में आयरन ओर के विपुल डिपोजिट के संकेत मिले हैं। केन्द्र सरकार से इन ब्लॉकों के कंपोजिट लाइसेंस के लिए नीलामी की अनुमति के साथ ही विभाग ने आगामी तैयारी शुरू कर दी है।
चारों ब्लॉकों में एक हजार मिलियन टन से अधिक के डिपोजिट संभावित
निदेशक माइंस संदेश नायक ने बताया कि करौली के हिण्डौन तहसील में आरंभिक एक्सप्लोरेशन में आयरन ओर में हेमेटाइट और मेगनेटाइट के संकेत मिले हैं जो स्टील के लिए उपयोगी है। एक मोटे अनुमान के अनुसार करौली के इन चारों ब्लॉकों में एक हजार मिलियन टन से अधिक के डिपोजिट संभावित है।