राज्य सरकार ने 1 करोड़ 6 लाख 46 हजार गौवंश का किया था टीकाकरण
उदयपुर,(एआर लाइव न्यूज)। पिछले दिनों उदयपुर सहित प्रदेश के कई जिलों में पशुओं में फैले लम्पी वायरस (Lumpy Virus) से लाखों पशु चपेट में आए। तब राज्य सरकार ने सक्रियता दिखाते हुए 1 करोड़ 6 लाख 46 हजार गौवंश का टीकाकरण भी किया। उस दौरान प्रदेश में कुल 1567217 पशु लम्पी स्क्नि डिजीज से बीमार हुए। हालांकि इलाज के बावजूद प्रदेश में कुल 76030 पशुओं की मौत हुई हैं। उदयपुर जिले में 2573 पशु लम्पी बीमारी से मौत हुई थी।
पशु पालन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार राज्य सरकार द्वारा जिलों में 1 करोड़ 6 लाख 46 हजार गौवंश का टीकाकरण किया गया है। जिन जिलों में लम्पी बीमारी नहीं फैली वहां बड़ी संख्या में टीकाकरण कर गौवंश को इस बीमारी से बचाने के प्रयास किये गए। पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया के अनुसार पशुओं को इस बीमारी से बचाने के लिए विधायकों द्वारा भी टीकाकरण के लिए 13 करोड़ 52 लाख रुपये विधायक कोष से और सांसदों द्वारा 80 लाख रुपये दिये गये।
उल्लेखनीय है कि लम्पी स्किन रोग के नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए उदयपुर जिले में भी जिला प्रशासन की देखरेख में बड़े स्तर पर अभियान चलाकर पशुओं को बचाने की कवायद की गई। उसमें काफी हद तक सफलता भी मिली।
उदयपुर संभाग की यह रही स्थिति
पशु पालन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान में 1567217 पशु लम्पी स्क्नि डिजीज से बीमार हुए। उपचार के बाद 1491187 पशु स्वच्छ स्वस्थ हुए जबकि 76030 पशुओं की मौत हुई। इस रिपोर्ट के अनुसार उदयपुर संभाग में उदयपुर जिले में 74808 पशु बीमार हुए, उपचार के बाद 72235 पशु ठीक हुए जबकि 2573 पशुओं की मौत हुई। बांसवाड़ा जिले में 29923 पशु बीमार हुए। उपचार के बाद 28545 पशु ठीक हुए जबकि 1378 पशुओं की मौत हुई।
डूंगरपुर जिले में 18913 पशु बीमार हुए थे, 17458 इलाज के बाद ठीक हुए जबकि 1455 की मौत हुई। चित्तौड़ जिले में 31325 पशु बीमार हुए, 29830 इलाज के बाद ठीक हुए जबकि 1495 पशुओं की मौत हुई। प्रतापगढ़ जिले में 22582 पशु बीमार हुए। इलाज के बाद 21513 पशु ठीक हुए जबकि 1069 पशुआंे की मौत हुई।