बिहार,(एआर लाइव न्यूज)। बिहार के बोधगया में गुरूवार से आध्यात्मिक नेता दलाई लामा की उपस्थिति में तीन दिवसीय 19वीं कालचक्र पूजा शुरू की। कंबोडिया, भूटान, थाईलैंड, म्यांमार, श्रीलंका और अन्य देशों से लगभग 60 हजार बौद्ध भिक्षु और अनुयायी इस विशेष कार्यक्रम के लिए बोधगया आ चुके हैं। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में दलाईलामा एक धार्मिक प्रवचन देंगे।
गुरुवार सुबह करीब 8 बजे कार्यक्रम स्थल पर आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा द्वारा विश्व शांति के लिए प्रार्थना के साथ कालचक्र पूजा शुरू हुई। सुबह 11 30 बजे तक कर्मकांड चलता रहा। कालचक्र पूजा में श्रद्धालु विश्व शांति, जीवित और इस दुनिया को छोड़ चुके लोगों के लिए प्रार्थना करते हैं।
बौद्ध धर्म का महासंस्कार है कालचक्र पूजा
बताया जाता है कि काल चक्र पूजा बौद्ध धर्म का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। कालचक्र को समय के चक्र से परिभाषित किया जाता है। काल चक्र पूजा को महासंस्कार भी कहा जाता है। इसे पूरा करने का अधिकार केवल दलाई लामा के पास है।