शराब तस्करी से जुड़े मामले में आरोपी नहीं बनाने की एवज में रिश्वत मांग रहे थे हेडकांस्टेबल
उदयपुर,(एआर लाइव न्यूज)। भ्रष्टाचारा निरोधक ब्यूरो उदयपुर की स्पेशल यूनिट ने रविवार शाम को उदयपुर शहर के सेक्टर 14 स्थित शराब की दुकान पर गुजरात पुलिस के दो हेडकांस्टेबलों को 1.10 लाख रूपए रिश्वत लेते रंगे हाथों धर दबोचा है।
दोनों हेडकांस्टेबल शराब व्यापारी से गांधी नगर में दर्ज तस्करी के एक मामले में आरोपी नहीं बनाने की एवज में 2 लाख रूपए रिश्वत मांग रहे थे और रविवार को रिश्वत राशि लेने गांधीनगर से उसकी सेक्टर 14 स्थिति शराब की दुकान पर आकर बैठ गए थे।
एसीबी उपमहानिरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने बताया कि एसीबी टीम ने गुजरात के गांधीनगर जिले में रखियाल पुलिस थाने के दो हेडकांस्टेबल महेश भाई चौधरी और भरत भाई पटेल को 1 लाख 10 हजार रूपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई एडि.एसपी उमेश ओझा के नेतृत्व में निरीक्षक रतन सिंह राजपुरोहित की टीम ने की है।
परिवादी ने एसीबी कार्यालय पर गुजरात पुलिस के दो हेडकांस्टेबल द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत दी थी। परिवादी ने शिकायत में बताया था कि उसकी सेक्टर 14 में शराब की दुकान है। पिछले दिनों गुजरात में गांधीनगर के रखियाल थाना पुलिस ने किसी गाड़ी से शराब पकड़ी थी, गुजरात में शराब बंदी है, ऐसे में गुजरात पुलिस ने उस गाड़ी चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
उस गाड़ी चालक ने गुजरात पुलिस की पूछताछ में बताया था कि उसने यह शराब उदयपुर में परिवादी की शराब की दुकान से खरीदी थी। तब से गांधीनगर के रखियाल थाना पुलिस के ये हेडकांस्टेबल परिवादी को गाड़ी से जब्त हुई शराब के मामले में आरोपी बनाने की बात कहकर धमका रहे थे और आरोपी नहीं बनाने की एवज में 2 लाख रूपए रिश्वत मांग रहे थे।
गांधीनगर से रिश्वत लेते उदयपुर परिवादी की दुकान पर पहुंच गए
एडि.एसपी उमेश ओझा ने बताया कि दोनों हेडकांस्टेबल महेश भाई और भरत भाई पटेल परिवादी से रिश्वत लेने के लिए रविवार को गांधीनगर से उदयपुर आ गए और परिवादी की शराब की दुकान पर पहुंच गए। दोनों हेडकांस्टेबल ने परिवादी को कह दिया कि वे रूपए लिए बगैर वापस नहीं जाएंगे और दुकान पर ही बैठे हैं।
परिवादी ने हेडकांस्टेबलों से काफी विनती कर 1.10 लाख रूपए ही होने की बात कही, इधर एसीबी टीम को हेडकांस्टेबलों के उसकी दुकान पर होने की सूचना कर दी। एसीबी टीम भी परिवादी की दुकान पर पहुंच गयी। दोनों हेडकांस्टेबलों ने जैसे ही परिवादी से 10 लाख रूपए रिश्वत ली, एसीबी टीम ने छापा मारकर दोनों हेडकांस्टेबलों को गिरफ्तार कर लिया।