दिल्ली (एआर लाइव न्यूज)। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने आज घोषणा की है कि वर्ष 2020 के लिए दादा साहेब फाल्के पुरस्कार दिग्गज अभिनेत्री आशा पारेख को दिया जाएगा। ये पुरस्कार नई दिल्ली में 30 सितंबर को आयोजित 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में प्रदान किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्विटर के जरिये कहा कि मुझे ये घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है कि दादा साहेब फाल्के पुरस्कार की चयन जूरी ने भारतीय सिनेमा में आशा पारेख के जीवन भर के अनुकरणीय योगदान को मान्यता देने और उन्हें पुरस्कृत करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह का आयोजन 30 सितंबर, 2022 को होगा और इस समारोह की अध्यक्षता भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु करेंगी।
1992 में पद्मश्री सम्मान मिला
आशा पारेख एक प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री, निर्देशक, निर्माता और एक कुशल भारतीय शास्त्रीय नृत्यांगना हैं। उन्होंने बाल कलाकार के रूप में अपना करियर शुरू किया। उन्होंने फिल्म ‘दिल दे के देखो’ में मुख्य नायिका के तौर पर अपनी शुरुआत की और 95 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया। उन्होंने कटी पतंग, तीसरी मंजिल, लव इन टोक्यो, आया सावन झूम के, आन मिलो सजना, मेरा गांव मेरा देश जैसी मशहूर फिल्मों में अभिनय किया है। उन्होंने 1998-2001 तक केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के प्रमुख के रूप में भी काम किया है। उन्हें 1992 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
अनुराग ठाकुर ने बताया कि 52वें दादा साहेब फाल्के पुरस्कार के चयन के लिए जूरी में फिल्म उद्योग के ये पांच सदस्य शामिल थे-
आशा भोसले
हेमा मालिनी
पूनम ढिल्लों
टी. एस. नागभरण
उदित नारायण