एसीएस ने बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश
उदयपुर(एआर लाइव न्यूज)। खान एवं पेट्रोलियम, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भू-जल विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने अधिकारियों से कहा है कि सख्ती के बावजूद अवैध खनन की शिकायतें आती हैं, उनको लेकर हम सभी को ज्यादा चौकस रहने की जरूरत है। जितनी सख्त हो सके, उतनी सख्त कार्यवाही होनी चाहिए। इससे विभाग का मनोबल बढ़ेगा और भू माफियाओं में डर रहेगा।
डॉ. सुबोध अग्रवाल ने गुरुवार को खान निदेशालय में अधिकारियों की बैठक में यह बात कही। उन्होंने कहा कि अरावली की पहाड़ियों से आच्छादित उदयपुर संभाग में प्राकृतिक संपदा एवं बहुमूल्य खनिजों के भंडार है। इनका उचित संरक्षण करना एवं इनके दुरूपयोग के साथ अवैध रूप से होने वाले खनन कार्य को रोकना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
बैठक में खान एवं भू विज्ञान निदेशक डॉ.केबी पंड्या, अतिरिक्त निदेशक (प्रशासन) हर्ष सावन सूखा, वित्तीय सलाहकार गिरीश कच्छारा, अतिरिक्त निदेशक (खान मुख्यालय) महेश माथुर, अतिरिक्त निदेशक खान (सतर्कता) एनके कोठारी, अतिरिक्त निदेशक खान (पर्यावरण एवं विकास) पीआर आमेटा, अधीक्षण खनि अभियंता एनके बैरवा सहित संभाग के अधिकारी एवं अभियंता मौजूद थे।

अतिक्रमण को भी सख्ती से हटाने है
अग्रवाल ने इस बात पर भी जोर दिया कि ऑक्शन वाली जमीन पर अतिक्रमण या अवैध कब्जा हटवाने के निर्देश भी दिए और कहा कि यह हमारा नैतिक दायित्व भी बनता है कि यदि हमने किसी को जमीन ऑक्शन में दी है, तो उस पर अतिक्रमण या अवैध कब्जा न हो। समय पर काम चालू होगा तो हमारा भी रेवेन्यू बढे़गा और रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे।

खनन प्रभावित लोगों के हितों का ध्यान भी रखें
अग्रवाल ने कहा कि खनन प्रभावित क्षेत्रों में आमजन की सुविधा का विशेष ध्यान रखें। राज्य सरकार की ओर से दी जाने वाली हर संभव सहायता व सुविधा प्रभावित लोगों तक पहुंचाने में अधिकारी सक्रियता दिखाए। राज्य में एम-सैंड नीति लागू करने के साथ ही हम सभी का दायित्व बनता है कि हम अधिक से अधिक लोगों को इसके प्रति जागरूक करें और एम-सैंड को बजरी के विकल्प के रूप में जन-जन तक पहुंचाए।

