मुंबई,(एआर लाइव न्यूज)। स्वर कोकिला लता मंगेशकर के बाद आज “डिस्को किंग” गायक और संगीतकार बप्पी लाहिड़ी का 69 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। दस दिनों में देश ने दो सितारों को खो दिया। बप्पी लहरी के निधन से संगीत और फिल्म जगत गहरे शोक में है। बप्पी लाहिड़ी लता मंगेशकर को अपनी मां कहकर बुलाते थे। बताते हैं कि लता मंगेशकर के निधन से बप्पी दा को गहरा सदमा लगा था और वे टूट गए थे।
बप्पी लाहिड़ी के निधन से फिल्मी संगीत के पॉप-डिस्को संगीत के एक युग का अंत हो गया। कहते हैं कि बप्पी लाहिड़ी सचिन देव बर्मन के दीवाने थे। उन्हीं की शास्त्रीय धुनों से प्रभावित होकर वह फ़िल्मों में आए, लेकिन मायानगरी ने बप्पी दा की शास्त्रीय धुनों को दरकिनार कर उन्हें डिस्को किंग बना दिया।
उन्हें 1972 में बंगाली फिल्म दादू में गाना गाने का पहला अवसर मिला था। इसके बाद हिंदी फिल्मों में उन्होंने 1973 में फिल्म नन्हा शिकारी के जरिए अपने बॉलीवुड कॅरियर की शुरूआत की थी। 1975 में आयी फिल्म जख्मी में गाने के साथ ही उन्होंने बॉलीवुड में धूम मचानी शुरू कर दी थी। इसके बाद 80 से 90 दशक के सभी बड़े अभिनेता के वे पसंदीदा गायक बन गए थे।