उदयपुर,(एआर लाइव न्यूज)। सवीना थाना पुलिस ने फेक एप्लीकेशन से ऑनलाइन ठगे गए साढ़े नौ लाख रूपए रिकवर कर वापस पीड़ित को दिलवाए हैं। ठग ने रिकवरी से बचने के लिए जैसे ही साढ़े नौ लाख रूपए पीड़ित के खाते से अपने खातों में ट्रांसफर किए थे, तत्काल भारत-पे एप्लीकेशन के जरिए एफडी करवा दी थी। सवीना पुलिस ने भारत-पे एप्लीकेशन प्रबंधन से संपर्क किया और इस राशि को होल्ड करवाकर रिकवर किया है।
पीड़ित के साढ़े नौ लाख रूपए रिकवर करने में थाने के हेडकांस्टेबल सुनील विश्नोई और कांस्टेबल राजकुमार जाखड़ और लालूराम की मुख्य भूमिका रही।
फेक एप डाउनलोड करने से मोबाइल कंट्रोल हैकर के पास चला गया
सवीना थानाधिकारी रवीन्द्र चारण ने बताया कि सेक्टर-14 निवासी पवन कुमार बोहरा ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उनके मोबाईल में एसबीआई योनो बैंक का एप नहीं चल रहा था। उन्होंने गूगल से एसबीआई हैल्पलाईन के नम्बर पता कर कॉल किया।
परिवादी का कॉल किसी ठग ने फोन उठाया तथा अपने आप को बैकं कर्मचारी बता परिवादी से उनके फोन में एक एप डाउनलोड करवा दी। एप डाउनलोड होते ही परिवादी के मोबाईल का सारा डाटा/कन्ट्रोल हैकर के पास चला गया और उसने परिवादी के खाते से 9,50,000 रूपये अन्य खाते में ट्रांसफर कर ठगी की है।
इस पर पुलिस टीम ने सम्बन्धित कम्पनियों से तत्काल पत्राचार/ईमेल तथा व्यक्तिगत सम्पर्क कर सूचना का आदान प्रदान किया। जानकारी मिली की ठग ने उक्त राशि से तीन अलग-अलग प्राईवेट बैंकों में एफडी कर दी और शेयर खरीद लिये हैं। ये ट्रांजेक्शन भारत-पे एप के जरिए हुए हैं।
पुलिस ने 25 कम्पनियों की साईट खंगाल कर भारत-पे से सम्पर्क किया और ठगी गयी राशि को होल्ड करवाया। इसके बाद बैंकों से संपर्क किया और 13 जनवरी को परिवादी पवन कुमार बोहरा के खाते में ठगी गयी संपूर्ण राशि 9,50,000 रूपये वापस आ गयी।