राजसमंद,(एआर लाइव न्यूज)। घर में कई बार बच्चे खेलते-खेलते चीजों को मुंह में रख लेते हैं, लेकिन जब बच्चा किसी नुकीली चीज को निगल ले, तो उसकी जान पर बन आती है। अनंता अस्पताल की टीम ने ऐसे ही एक केस में 7 वर्षीय बच्ची की छोटी आंत के पहले हिस्से में फंसी लोहे 2 इंच बड़ी कील को एंडो स्कॉपी से बाहर निकाल कर बच्ची के जीवन को बचाया है।
अनंता अस्पताल के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. नितिन शर्मा ने बताया कि बिजौलिया निवासी नरेश धाकड़ की 7 वर्षीय बेटी तुलसी ने घर में खेलते-खेलते लोहे की कील निगल ली थी। परिवार के लोगों को पता चला तो तुलसी को पहले भीलवाड़ा के अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां पर ऑपरेशन करने की सलाह दी गई और बड़े सेंटर पर रैफर कर दिया।
परिजन तुलसी को बिना समय गंवाए अनंता अस्पताल लेकर आए। अनन्ता अस्पताल में सर्जिकल गेस्ट्रो एंट्रोलॉजिस्ट डॉक्टर हेमन्त जैन ने जांच की तो पता चला कि कील बच्ची की छोटी आंत के पहले हिस्से में फंसी है। डॉ. जैन ने बताया कि सामान्यतः ऐसे केस में एंडो स्कॉपी से नुकीली चीज निकालने के दौरान आंतों के फटने और खून बहने का खतरा रहता है।
7 साल की बच्ची तुलसी को बड़ी और जटिल सर्जरी से बचाने के लिए मेडिकल गेस्ट्रो एंट्रोलॉजिस्ट कंसल्टेंट डॉक्टर राजीव शर्मा के साथ मिलकर एंडो स्कॉपी की और कील को बिना ऑपरेशन के बाहर निकालने में सफलता हासिल की। इस दौरान एनेथेसिस्ट डॉ. सुमन कौशिश, डॉ. अनूप, डॉ. कृष्णा, नर्सिंग स्टाफ रतन, मोहन और महेश आदि का सहयोग रहा।