चुनाव में प्रीति शक्तावत को जिताने के लिए सहानुभूति लहर काम आयी
उदयपुर, (एआर लाइव न्यूज)। वल्लभनगर उप चुनाव में कांग्रेस की प्रीति शक्तावत ने बाजी मार ली। खास बात यह रही कि प्रीती ने भाजपा प्रत्याशी हिम्मत सिंह झाला की जमानत ही जब्त करवा दी। यहां आरएलपी के उदयलाल डांगी दूसरे जबकि जनता सेना (निर्दलीय) के रणधीर सिंह भींडर तीसरे नम्बर रहें। दिवंगत विधायक गजेन्द्र सिंह शक्तावत के निधन के बाद हुए उपचुनाव में उनकी पत्नी प्रीति के लिए सहानुभूति लहर देखने को मिली और प्रीति शक्तावत 20 हजार से अधिक वोटों से जीतीं।
मंगलवार को आर्ट्स कॉलेज में हुई मतगणना में प्रीति शक्तावत को कुल 65713 वोट मिले, जबकि दूसरे नंबर पर रहे आरएलपी के उदयलाल डांगी को 45107 वोट मिले, तीसरे नंबर पर निर्दलीय जनता सेना के रणधीर सिंह भींडर रहे, भींडर को 43817 वोट मिले। इस चुनाव में भाजपा के हिम्मत सिंह झाला की जमानत जब्त हो गयी, झाला के कुल 21433 वोट मिले हैं।
उप चुनाव में झाला चौथे नम्बर पर आ सकते थे इसका पहले ही अनुमान लगाया जा रहा था,लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा होगा कि हिम्मत सिंह झाला की यू जमानत ही जब्त हो जाएगी। झाला अगर 30351 वोट लेकर आते तो वे जमानत बचाने में सफल हो जाते, लेकिन ऐसा नहीं हो सका और उनकी जमानत जब्त हो गयी। उपचुनाव में 2112 लोगों ने नोटा का बटन दबाया। कुल 9 प्रत्याशी इस चुनाव मैदान में थे।
न जेठ का विरोध प्रीति की राह रोक पाया, न भाजपा का दांव
वल्लभनगर में कांग्रेस के दिवंगत विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत की पत्नी को टिकट मिलने से पहले ही उनके जेठ(गजेंद्र शक्तावत के बड़े भाई) देवेंद्र सिंह शक्तावत ने खुलकर विरोध शुरू कर दिया, लेकिन पार्टी ने प्रीति पर विश्वास कर उन्हीं को टिकट दिया। उतार चढ़ाव के राजनीतिक समीकरणों के बीच वल्लभनगर की जनता ने प्रीति से प्रीत कर दिलखोल कर वोट दिए। जनता के इसी प्रेम से प्रीति विधायक चुन ली गई।
8 साल में दूसरी बार भाजपा की जमानत जब्त
वल्लभनगर में विधानसभा चुनाव में 8 साल में दूसरी बार भाजपा प्रत्याशी की जमानत जब्त हुई है। इससे पहले 2013 के चुनाव में इसी सीट पर हुए चुनाव में एक भाजपा के गणपतलाल मेनारिया की जमानत जब्त हुई थी। उस चुनाव में भाजपा से अलग होकर निर्दलीय चुनाव लड़े रणधीर सिंह भींडर चुनाव जीते थे।