जयपुर,(ARLive news)। राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीमों ने बुधवार को राजस्थान सहित देश के चार राज्यों मुंबई, गुजरात, पश्चिम बंगाल में एक साथ छापे मारे हैं। खासबात है कि कार्यवाही में ईडी की टीम ने राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बड़े भाई अग्रसेन गहलोत के घर, फार्म हाउस सहित अन्य ठिकानों पर भी छापा मारा है। ईडी की टीम की यह कार्यवाही 7 करोड़ के फर्टिलाइजर स्कैम से संबंधित है।
फर्टिलाइजर स्कैम में ही ईडी की टीम धोलपुर में भी फर्टिलाइजर के एक व्यापारी के यहां का कार्यवाही कर रही है। इसी कड़ी में ईडी की टीम ने प्रतापगढ़ के छोटी सादड़ी क्षेत्र में खाद-बीज व्यापारी की दुकान और घर पर छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया है।
प्रतापगढ़ के छोटी सादड़ी में बुधवार को ईडी के खाद-बीज के व्यापारी की दुकान पर कार्रवाई से पूरे कस्बे में हड़कंप मच गया। ईडी के अधिकारियों ने व्यापारी के दुकान और घर पर छापे की कार्रवाई को अंजाम दिया । इस दौरान घर और प्रतिष्ठान के बाहर सीआरपीएफ के जवान तैनात रहे। कांग्रेसी नेता और सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के करीबी होने के कारण कस्बे में हुई यह कार्रवाई दिनभर चर्चा का विषय बनी रही।
सियासी घमासान के बीच केन्द्रीय एजेंसियों की लगातार छापेमारी
गौरतलब है कि राजस्थान में शुरू हुए सियासी घमासान के बाद केन्द्रीय एजेंसियां लगातार राजस्थान में कार्यवाही कर रही है। पहले 13 जुलाई को इनकम टैक्स ने कांग्रेस नेता राजीव अरोड़ा और धमेन्द्र राठौड़ के यहां छापा मारा था। इसी दिन 13 जुलाई को ईडी ने भी एक कार्यवाही की थी, जो वैभव गहलोत के बिजनेस पार्टनर के यहां हुई थी। इसके बाद 20 जुलाई को सीबीआई ने कांग्रेस विधायक कृष्णा पुनिया से पूछताछ की। 21 जुलाई को सीबीआई ने मुख्यमंत्री के ओएसडी देवाराम सैनी को पूछताछ के लिए बुलाया। अब मुख्यमंत्री के बड़े भाई अग्रसेन गहलोत के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की। उधरए कस्टम विभाग ने अग्रसेन की कंपनी अनुपम कृषि पर 7 करोड़ रुपए की पेनल्टी लगाई है।
कस्टम विभाग की कार्यवाही में सामने आया था फर्टिलाइजर स्कैम
: भाजपा ने गहलोत सरकार पर फर्टिलाइजर सब्सिडी में घोटाले का आरोप लगाया था। यह घोटाला कस्टम अफसरों द्वारा एक खेप पकड़ने के दौरान सामने आया था। नियमों के मुताबिक फर्टिलाइजर का निर्यात नहीं किया जा सकता।
: भाजपा ने आरोप लगाया कि अग्रसेन गहलोत ने इंडियन पोटाश लिमिटेड से फर्टिलाइजर खरीद कर किसानों को नहीं दिया। उस समय अग्रसेन गहलोत ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया था।