उदयपुर,(ARLive news)। उदयपुर जिले में रविवार को एक और कोरोना पॉजिटिव मरीज की पुष्टि हुई है। 23 वर्षीय युवक मावली के थामला गांव का रहने वाला है। शनिवार को कोरोना पॉजिटिव मिले नाथद्वारा के करोली गांव निवासी युवक के साथ ही मुंबई से तीन दिन पहले लौटा था। ये श्रमिक मुंबई से एक ट्रक वाले को रूपए देकर उसके साथ ट्रक में बैठ कर राजसमंद, उदयपुर पहुंचे थे।
युवक दो दिन से मावली के थामला गांव स्थित घर पर ही था। तीन दिन पहले यह मुंबई से ट्रक के जरिए अपने गांव पहुंच गया था और घर पर रह रहा था।
शनिवार को जब नाथद्वारा के करोली गांव निवासी युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी तो उसकी ट्रेवल हिस्ट्री और साथियों का पता किया। जानकारी मिली कि दो लोग उसके साथ उदयपुर के लिए आए थे। उदयपुर में पुलिस और प्रशासनिक टीमों ने इन दोनों युवकों की तलाश शुरू की। कल देर शाम तक इनका पता चला। इन्हें क्वेंरटाइन करवाया गया और इनके सैंपल लिए गए। इनमें से मावली के थामला निवासी युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी है। वहीं दूसरे युवक की रिपोर्ट नेगेटिव बतायी जा रही है, हालां कि इसे भी क्वेंरटाइन कर दिया गया है।
कई श्रमिक ट्रकों से आ रहे हैं, यह हो सकता है खतरनाक
दूसरे संवेदनशील राज्यों में फंसे श्रमिक अब ट्रक वालो को पैसे देकर उनके ट्रक में बैठकर भी अपने-अपने राज्य पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं। इस प्रकार से मुंबई और गुजरात से राजस्थान आने वाले श्रमिकों की संख्या काफी ज्यादा है। कल रात को भी होमगार्ड ने पोरबंदर से आ रहे ट्रक को प्रतापनगर चौराहे के पास पकड़ा था, तो इसमें तीन से चार मजदूर निकले थे।
यहां सवाल है कि जब दो राज्यों के बीच बॉर्डर सील हैं तो मजदूरों का इस तरह से आना उदयपुर सहित अन्य जिलों के लिए खतरनाक हो सकता है। पुलिस अधिकारियों केा बॉर्डर पर लगी टीमों को पाबंद करना चाहिए कि आने वाले हर ट्रक की चेकिंग करें और देखें कि उसमें कोई मजदूर तो नहीं आ रहा है। ऐसा है तो उन मजदूरों को बॉर्डर पर ही रोककर क्वेरंटाइन किया जाए।