उदयपुर,(ARLive news)। उदयपुर के जावरमाइंस थाना क्षेत्र के पिलादर में हुए रमेश पटेल हत्या कांड में आखिरकार परिजनों का संदेह सही निकला। हत्या की सुपारी उन्ही शराब माफिया ने दी थी, जिनकी होटल हिल टॉप के अंदर से 3 जुलाई को आबकारी विभाग की टीम ने शराब के अवैध फैक्ट्री पकड़ी थी। होटल मालिक गजेंद्र कलाल पुत्र अम्बालाल कलाल और उसके भाई कैलाश कलाल ने डेढ़ लाख रुपये में रमेश मीणा को हत्या की सुपारी दी थी।
पुलिस ने बताया कि पिलादर निवासी होटल हिल टॉप मालिक गजेंद्र कलाल पुत्र अम्बालाल कलाल और उसके भाई कैलाश कलाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। 3 जुलाई को आबकारी विभाग की टीम ने इनकी होटल के अंदर बेसमेंट में चल रही अवैध शराब की फैक्ट्री और बड़ी मात्रा में अवैध शराब पकड़ी थी। उस समय गजेंद्र कलाल मौके से फरार हो गया था। गजेंद्र को शक था कि उसके होटल में चल रही शराब फैक्ट्री की मुखबिरी रमेश पटेल ने की है। इसको लेकर ये दोनों भाई रमेश पटेल के दुश्मन हो गए। इन्होंने रमेश से लेन देन के चलते नाराजगी रखने वाले रमेश मीणा से संपर्क किया। उसको हत्या के बाद डेढ़ लाख रुपये की सुपारी दी थी।
पकड़े जाने पर केस का खर्चा उठाने का भी दिया था भरोसा आरोपी भाइयों ने
पकड़े जाने पर पुलिस को कुछ नही बनाने के लिए पूरे केस का खर्चा उठाने और बरी करवा लेने का लालच दिया था। रमेश मीणा रमेश पटेल की हत्या के लिए तैयार हो गया और सोची समझी साजिश के तहत वह रमेश को घर से लेकर गया और फिर पारस के साथ मिलकर रमेश पटेल की हत्या कर शव जंगल मे डाल दिया था। पुलिस ने मोबाइल चैटिंग और कॉल डिटेल को खंगाला तो इन आरोपी भाइयों के हत्या की सुपारी देने का खुलासा हुआ।
गौरतलब है कि रमेश हत्या कांड के बाद परिजनों ने इन दो भाइयों पर संदेह जताया था। जब पुलिस ने इन आरोपियों को गिरफ्तार नही किया था तो ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया था। 15 जुलाई को मामला इतना उग्र हो गया था कि ग्रामीणों ने हाइवे जाम कर दिया था और पुलिस पर पथराव कर गाड़ियों को आग लगा दी थी। पुलिस को भी माहौल शांत करने फायरिंग करनी पड़ी थी। तब से क्षेत्र में तनाव था।