राजस्थान,(ARLive news)। अजमेर में ख्वाजा साहब की दरगाह से चार दिन पहले अपहरण की गयी बच्ची को पुलिस ने गुजरात के भुज से दस्तियाब कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। प्राथमिक पूछताछ में आरोपी पश्चिम बंगाल हाल अजमेर निवासी मोहम्मद कुसुमुद्दीन चिश्ती ने बताया कि उसने बच्ची का अपहरण भीख मंगवाने के लिए किया था।
अजमेर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद कुसुमुद्दन चिश्ती पिछले कुछ महीनों से ख्वाजा साहब की दरगाह के आस-पास ही रह रहा था और यहां मजदूरी करता था। इस दौरान उसने देखा कि यहां आने वाले जायरीन इबादत में लीन होते हैं और इस दौरान उनके बच्चे भी आस-पास खेलते रहते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए आरोपी ने यहां आने वाले जायरीनों पर नजर रखना शुरू कर दिया।
इन दिनों फरीदाबाद निवासी आशा पत्नी प्रवीण अग्रवाल इलाज के लिए एक महीने से अपने तीन बच्चों के साथ अजमेर दरगाह आयी हुई थी और अपना अधिकतर समय दरगाह परिसर में ही बिताती थी। जायरीनों पर नजर रख रहे आरोपी को महिला के बच्चे अकेले खेलते हुए दिखायी दिए, तो वह अपहरण करने का मौका तलाशने लगा। बुधवार को महिला जब इबादत में लीन थी, उस समय आरोपी ने मौका पाकर तीन साल की मासूस बच्ची दीया का अपहरण कर लिया और सीधे रेलवे स्टेशन पहुंचकर उसे गुजरात की ओर ले गया। बच्ची काफी देर तक जब दिखायी नहीं दी तो आशा ने बेटी की तलाश की, नहीं मिली तो पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवायी।
रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज से मिला बड़ा सुराग
एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि दरगाह के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों में आरोपी बच्ची को ले जाता हुआ दिखाई दिया। इसके बाद टीमों ने सब तरफ बच्ची की तलाश शुरू कर दी। रेलवे स्टेषन पर लगे सीसीटीवी कैमरों में आरोपी बच्ची को गुजरात के भुज जाने वाली ट्रेन में बैठता हुआ दिखायी दिया। अन्य संसाधनों से पड़ताल करने के बाद पुलिस टीम भुज पहुंची और स्थानीय पुलिस की मदद से आरोपी को पकड़ लिया और बच्ची को सुरक्षित दस्तियाब किया।