शहर में एक महीने में संपत्ति मालिक और किराएदार के बीच विवाद में हत्या का यह दूसरा मामला।
उदयपुर,(ARLive news)। शहर के मुखर्जी चौक में कुंजरवाड़ी स्थित घर में किराएदार युवक ने मकानमालिक दो भाईयों अशरफ और लाल मोहम्मद की चाकू से ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी। घटना मंगलवार देर रात की है। दोनों पक्षों के बीच मकान खाली करने को लेकर विवाद चल रहा था।
पुलिस को गुमराह करने हमलावर आरोपी वसीम ने खुद का सिर दीवार पर मारकर घायल किया और खूनाखून होकर पीड़ित बनकर थाने रिपोर्ट दर्ज करवाने पहुंच गया। हालां कि जब पुलिस उसे हॉस्पिटल लेकर गयी और मौके पर पहुंची तो उसे माजरा पता चला कि थाने पहुंचा युवक पीड़ित नहीं, बल्कि आरोपी है। घटना के बाद से ही क्षेत्र में दहशत का माहौल है। घटना के विरोध में क्षेत्रवासियों ने कलेक्ट्री के बाहर प्रदर्शन किया और नामजद सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
उदयपुर शहर में इस तरह की यह दूसरी घटना है, जब संपत्ति मालिक और किराएदार के बीच विवाद में नौबत हत्या तक पहुंच गई हो। पिछले दिनों सूरजपोल थाना क्षेत्र में एसके टेलर के संचालक की दुकान मालिक के भतीजे ने इसी तरह चाकू से ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी थी। इस मामले के आरोपी तो गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन इस तरह की वारदातों का लगातार होना आपराधिक मानसिकता रखने वाले लोगों की बेखौफ मानसिकता बताते हैं। ये लोग पुलिस को गुमराह करने से भी नहीं चूकते और जब पकड़े भी जाएं, तो उन्हें अपने कृत्य पर कोई शर्मिंदगी नहीं होती। ऐसे लोग अपराध करने से पहले ही कानूनी दांव-पेंच तक पता कर लेते हैं। ऐसे में इस तरह के मामलों में पुलिस के साथ-साथ न्याय व्यवस्था की जिम्मेदारी भी ज्यादा बढ़ जाती है।
पहले रास्ता रोका और फिर ताबड़तोड़ वार कर दिए
थानाधिकारी छगन पुरोहित ने बताया कि अशरफ के दादा-पिता ने आरोपी वसीम के परिवार को मकान किराए पर दिया था। पिछले काफी सालों से मकान के ग्राउंड फ्लोर पर वसीम का परिवार रहता था और अशरफ परिवार के साथ फर्स्ट फ्लोर पर रहता था। अशरफ को ग्राउंड फ्लोर पर निर्माण कार्य करवाना था, इसको लेकर कुछ समय पहले उसने वसीम के परिवार से मकान खाली करने के लिए कहा था। वसीम का परिवार मकान खाली नहीं कर रहा था और इसी बात पर दोनों परिवारों के बीच आए दिन विवाद, कहासुनी और झगड़े होते थे। इस बात से पड़ोसी भी परेशान थे।
मंगलवार रात करीब सवा दस बजे कुंजरवाड़ी निवासी तीनों सगे भाई अशरफ हुसैन (50) पुत्र मोहम्मद हुसैन, लाल मोहम्मद (45) और अली असगर समाज के एक कार्यक्रम से घर लौट रहे थे। घर के दरवाजे पर आए ही थे कि वसीम ने रास्ते में बैठकर इनको उपर जाने से रोक दिया। इस बात पर दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गयी। वसीम की मां और बहन भी झगड़े में शामिल हो गए, दोनों परिवारों के बीच झगड़ा, कहासुनी इतनी बढ गयी कि वसीम ने अशरफ, लाल मोहम्मद और अली असगर पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए। इस प्रकार के हमले के बारे में पीड़ित परिवार ने कभी सोचा भी नहीं था।
तीनों भाईयों के गंभीर घायल करने के बाद वसीम ने खुद का सिर दीवार पर मारकर खुद को घायल किया और पुलिस स्टेशन पहुंच गया। हमले में अशरफ की मौके पर ही मौत हो गयी थी और लाल मोहम्मद व अली असगर को गंभीर हालत में अस्पताल भर्ती करवाया गया, जहां लाल मोहम्मद की भी उपचार के दौरान मौत को गयी। पुलिस वसीम को लेकर जब हॉस्पिटल और फिर मौके पर पहुंची तो उसे पूरा मामला पता चला। इधर अशरफ के चचेरे भाई मोहम्मद सिद्दिकी ने वसीम, उसकी मां, बहन के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।