नई दिल्ली,(ARLive news)। भोपाल से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की पूर्व एटीएस प्रमुख शहीद हेमंत करकरे पर की गई टिप्पणी को लेकर बवाल अभी थमा भी नहीं कि इसी बीच लोकसभा अध्यक्ष और बीजेपी की वरिष्ठ नेता सुमित्रा महाजन ने करकरे की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं। महाजन ने कहा कि कर्तव्य निभाते हुए करकरे की मौत हुई, इसलिए वह शहीद हैं, लेकिन एटीएस चीफ के तौर पर उनकी भूमिका ठीक नहीं थी।
इंदौर लोकसभा सीट पर बीजेपी के टिकट से आठ बार सांसद रह चुकीं महाजन ने एक मीडिया से बातचीत में कहा कि हेमंत करकरे के दो पहलू थे। उनकी ड्यूटी के दौरान मौत हुई, इसलिए वह शहीद हैं। लेकिन अगर एक पुलिस अधिकारी के तौर पर उनकी भूमिका ठीक नहीं थी, तो हम कहेंगे कि वह सही नहीं थे। उन्होंने कहा, उनके पास इस बात का कोई सुबूत तो नहीं है, लेकिन सुना है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और भोपाल से पार्टी प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के करकरे से काफी अच्छे संबंध थे।
महाजन ने कहा कि जब सिंह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने बार-बार आरएसएस पर बम बनाने और आतंकी संगठन में तब्दील होने के आरोप लगाए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम के इशारे पर महाराष्ट्र एटीएस ने इंदौर से कई लोगों को गिरफ्तार किया था। नवंबर, 2008 में महाराष्ट्र एटीएस ने प्रज्ञा ठाकुर के अलावा दिलीप पाटीदार को भी इंदौर से हिरासत में लेकर टॉर्चर किया था।