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उदयपुर के सूरजपोल चौराहे पर रात 1 बजे चल रहे कवि सम्मेलन को बंद करवाना सूरजपोल पुलिस को भारी पड़ गया। मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट सहित अन्य भाजपाइयों औऱ पुलिस के बीच झड़प और धक्का मुक्की हुई। सूचना पर अतिरिक्त जाब्ता मौके पर पहुँचा और पुलिस अधिकारियों ने उस वक़्त तो मामला शांत कर दिया, लेकिन सुबह से ही भाजपाइयों ने थानाधिकारी आदर्श कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल हुआ है। गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया को ज्ञापन देकर थानाधिकारी को हटाने की मांग की है।
हुआ यूं कि शहर में किसी स्थानीय संगठन के श्याम बाबा की ओर से सूरजपोल चौराहे के साइड में गणपति की स्थापना हो महोत्सव चल रहा है। इसके तहत रात को कवि सम्मेलन आयोजित हुआ। श्याम बाबा ने थाने में सूचना के लिए एक लेटर दिया, लेकिन कोई अनुमति नही ली थी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भाजपा जिला अध्यक्ष दिनेश भट्ट, उपमहापौर लोकेश द्विवेदी थे, इससे कार्यक्रम में कुछ भाजपाई भी शामिल हुए। रात को 10 बजे के बाद भी कवि सम्मेलन चलता रहा। रात पौने 1 बजे गश्त कर रहा कांस्टेबल वहाँ पहुँचा और म्यूजिक और कार्यक्रम बन्द करने को कहा। उस वक़्त भाजपाइयों ने कांस्टेबल के जरिए थानाधिकारी आदर्श कुमार से बात करवाई और थोड़ी देर कार्यक्रम जारी रहने देने का निवेदन किया। रात करीब 1 बजे थानाधिकारी आदर्श कुमार गश्त करते हुए सूरजपोल पहुँचे तो कार्यक्रम चल रहा था। भाजपाइयों सहित करीब 30-35 लोग वहां कवि सम्मेलन सुन रहे थे।
थानाधिकारी ने कार्यक्रम बन्द करने के लिए कहा तो पहले कार्यक्रम आयोजक पुलिस कर्मियों से उलझ गए। भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट ने कार्यक्रम चलते रहने की पैरवी की। इस पर थानाधिकारी और जिलाध्यक्ष में बीच जबरदस्त झड़प और कहासुनी हो गयी। मौके पर माहौल खराब होता देख पुलिस कर्मियों ने वायर लेस के जरिये सूचना दी। इस पर थानाधिकारी हरेंद्र सिंह, गोरधन सिंह भाटी जाब्ते के साथ मौके पर पहुँचे। समझाइश के बाद माहौल शांत हुआ।
भाजपा जिला प्रवक्ता चंचल अग्रवाल ने कहा कि थानाधिकारी ने जिलाध्यक्ष सहित सबके साथ अभद्रता की है। कार्यक्रम गलत तरीके से बंद करवाने का प्रयास किया और धक्का मुक्की की। उन्हें थाने से हटाया जाना चाहिए।
थानाधिकारी आदर्श कुमार ने कहा रात 1 बजे चौराहे पर कवि सम्मेलन और म्यूजिक चलाना कानूनन गलत था। मैं कानून की पालना करवाने गया था। कानून की इज्जत और पालना सभी को करनी चाहिए, फिर चाहे वो किसी पार्टी संगठन के पदाधिकारी हों या आम जनता।
मामले के तूल पकड़ने का ये भी हो सकता है एक कारण : 2 महीने पहले बाबा को थाना पुलिस ने किया था गिरफ्तार
थाना पुलिस ने बताया कि श्याम बाबा के खिलाफ झुंझुनू में धोखधड़ी के एक मामले में लंबे समय से गिरफ्तारी वारंट था। 2 महीने पहले पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर झुन्झुनू पुलिस को सौप दिया। करीब डेढ़ से दो महीने बाबा न्यायिक अभिरक्षा में जेल में रहा। पुलिस कर्मियों ने शंका जाहिर की है कि मामले को तूल देने के पीछे एक कारण यह भी हो सकता है।