चित्तौड़गढ़,(एआर लाइव न्यूज)। चित्तौड़गढ़ जिले के राशमी थाना क्षेत्र में तीन साल से बंद पड़ी सोमी-उपरेड़ा पुलिया पर वैन बनास नदी के तेज बहाव में बह गयी। हादसे में एक ही परिवार की दो महिलाओं, एक बच्ची तीन की मौत हो गयी है, जबकि एक लापता बच्ची की तलाश जारी है, वैन में सवार पांच लोगों को रेस्क्यू किया जा सका है। हादसा मंगलवार देर रात का है, जब रास्ता भटका परिवार गूगल मैप के सहारे आगे बढ़ रहा था और गूगल मैप ने उन्हें तीन साल से बंद पड़ी क्षतिग्रस्त पुलिया पर पहुंचा दिया, जिस पर वर्तमान में तेज बहाव के साथ पानी बह रहा है। chittorgarh rashmi : Van swept away into banas river, 4 dead, 5 rescued
राशमी थानाधिकारी देवेन्द्र सिंह देवल ने बताया कि हादसे की सूचना पर तत्काल पुलिस और रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंचीं, रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। लापता मां-बेटी चंदा पत्नी हेमराज, बेटी खुशी और ममता पत्नी मदन तीन शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि चंदा की दूसरी बेटी रूत्वी अभी भी लापता है, जिसकी तलाश के लिए रेस्क्यू एंड सर्च ऑपरेशन जारी है। हादसे में कार की छत पर चढ़े पांच लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। रेस्क्यू टीम के पहुंचने से पहले मदद के लिए मौके पर आए उपरेड़ा निवासी अब्दुल जब्बार पुत्र शरीफ ने हिम्मत दिखायी और नदी के बहाव के विपरीत जाकर 5 व्यक्तियों को सुरक्षित बाहर निकाला।

रास्ता भटके तो गूगल मैप ऑन कर उसके सहारे बंद पड़ी पुलिया पर पहुंचे
पुलिस ने बताया कि भूपालसागर के कानाखेड़ा गांव निवासी एक परिवार मंगलवार को वैन में सवार होकर भीलवाड़ा के सवाईभोज दर्शन के लिए गया। लौटते समय बीती देर रात परिवार रास्ता भटक गया तो इन्होंने गूगल मैप ऑन कर लिया। गूगल मैप उन्हें बनास नदी पर बनी सोमी-उपरेड़ा पुलिया की तरफ ले गया, जो पिछले तीन साल से क्षतिग्रस्त होने से बंद पड़ी है।
परिवार जब गूगल मैप के सहारे सोमी-उपरेड़ा पुलिया पर पहुंचा, तब बनास नदी के तेज बहाव के कारण पानी पुलिया के ऊपर से बह रहा था। अंधेरे में गाड़ी चला रहे मदन को पुलिया के गड्ढे नहीं दिखे और न ही नदी के बहाव का अंदाजा लगा। मदन ने जैसे ही वैन पुलिया पर ली, वैन गड्ढे में फंस गयी, मदन ने काफी प्रयास किए कि वैन को निकाल ले, लेकिन पानी के तेज बहाव में वैन नदी में बह गयी और करीब 300 मीटर तक आगे तक चली गयी।

वैन की छत पर चढ़कर फोन किया, वरना तो पता ही नहीं चलता कि वहां कोई हादसा भी हुआ है
वैन के पूरी तरह नदी में डूबने से पहले गाड़ी चला रहे मदन ने दरवाजा खोला और वैन की छत पर चढ़ गया, इसके बाद उसने एक-एक कर वैन में सवार चार लोगों को उपर खींच लिया। वैन में बैठी चंदा, उसकी दो बेटियां खुशी, रूत्वी और मदन की पत्नी ममता गाड़ी में ही फंस गए और निकल नहीं पाए। मदन ने शोर मचाया और फोन कर उनकी स्थिति की जानकारी दी।
सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, तब तक कुछ ग्रामीण भी इकट्ठे हो गए। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से सबसे पहले वैन पर चढ़े पांच लोगों को रेस्क्यू किया और इसके बाद बचाव दल की मदद से रेस्क्यू एंड सर्च ऑपरेशन शुरू किया। ग्रामीणों ने बताया कि मदन को वैन की छत पर चढ़ने का मौका मिल गया और उसने फोन करके मदद मांगी, तो उनके साथ हुए हादसे का पता चला, वरना हादसे का किसी को पता भी नहीं चलता। क्यों कि पुलिया के तीन साल से बंद होने के कारण ग्रामीण उस तरफ बहुत कम आते-जाते हैं।
गाड़ी में सवार इन 5 लोगों को बचाया जा सका
हादसे के समय वैन में 9 लोग सवार थे, जिनमें गाड़ी चला रहे मदन, इसका 9 माह का बेटा काव्यांश, 16 वर्षीय हितेश पुत्र सोहन, मां-बेटे लीला और आयांश को पुलिस ने रेस्क्यू कर बचा लिया है।
डिसक्लेमर: एआर लाइव न्यूज (AR Live News) से मिलते-जुलते नामों से रहें सावधान, उनका एआर लाइव न्यूज से कोई संबंध नहीं है। एआर लाइव न्यूज के संबंध में कोई भी बात करने के लिए पत्रकार लकी जैन (9887071584) और पत्रकार देवेन्द्र शर्मा (9672982063) ही अधिकृत हैं।
रोचक वीडियोज के लिए एआर लाइव न्यूज केhttps://www.youtube.com/@arlivenews3488/featuredयू-ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें



