उदयपुर। तेज बुखार के बाद कोमा में पहुंची युवती को पांच दिन के अथक प्रयास के बाद सुरक्षित बचा लिया गया है। यह जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल के न्यूरो साइंसेस विभाग मे संभव हुआ।
अमेरिकन इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस ग्रुप डायरेक्टर आनंद झा ने बताया कि दरीबा निवासी प्रीति चौधरी (19) को पिछले दिनों परिजन जीबीएच अमेरिकन हॉस्पिटल की इमरजेंसी में अचेतावस्था में लेकर पहुंचे थे। यहां जांच के बाद पाया गया कि युवती कोमा में चली गई है और इसे लाइफ सपोर्ट की जरूरत है। परिजनों से जानकारी मिली की युवती को तेज बुखार हुआ था। उसके बाद उसे ताण आई और वह बेहोशी की स्थिति में चली गई।
यहां जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल के न्यूरो साइंसेज विभाग में न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. पंकज तापड़िया की देखरेख में न्यूरो आईसीयू में उपचार शुरू किया गया। डॉ. तापडिया के अनुसार यह ब्रेन में इंफेक्शन के कारण हुआ था, जिसे मेडिकल साइंस में मेनीन्गो इंसेफलाइटिस कहा जाता है। आईसीयू में उपचार करते हुए पांच दिन बाद युवती कोमा से बाहर आ गई। इन्हें आईसीयू से बाहर लाने के बाद वार्ड में रखा गया। पूरी तरह स्वस्थ होने पर उसे शुक्रवार को डिस्चार्ज कर दिया गया।
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