19 साल से नेपाल की जेल में काट रहा था उम्र कैद की सजा
काठमांडू,(एआर लाइव न्यूज)। सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज की रिहाई के नेपाल सुप्रीम कोर्ट ने आदेश जारी कर दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश की कॉपी जेल अधिकारियों तक पहुंचने के बाद उसे आज रिहा कर दिया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट ने चार्ल्स शोभराज को उसकी 78 वर्ष की उम्र और स्वास्थ्य कारणों के चलते रिहा किया है, वह नेपाल में दो विदेशी महिलाओं की हत्या के आरोप में 19 साल से नेपाल की जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा था। रिहा करने के साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने चार्ल्स शोभराज को उसके देश फ्रांस डिपोर्ट करने के आदेश भी जारी किए हैं। कोर्ट के आदेश के बाद इमिग्रेशन विभाग के अधिकारियों ने शोभराज की वीजा अवधि बढ़ाने और उसे फ्रांस वापस भेजने की तैयारी शुरू कर दी है।
चार्ल्स शोभराज पर लिखी जा चुकी हैं कई किताबें, बन चुकीं हैं फिल्में
चार्ल्स शोभराज ने रिहाई के बाद से डिपोर्ट होने तक ठहरने के लिए काठमांडू के हयात होटल में कमरा बुक कराया है। चार्ल्स पर कई किताबें लिखी जा चुकी हैं और फिल्में और एक वेबसीरीज भी बन चुकी हैं। ऐसे में उसने कुछ विदेशी पत्रकारों और उस पर किताब लिख चुके लेखकों को भी मिलने के लिए होटल पर ही बुला लिया है।
कौन है चार्ल्स शोभराज
चार्ल्स शोभराज का जन्म 6 अप्रैल 1944 को हुआ था। वह एक भारतीय पिता और वियतनामी मां की संतान था। चार्ल्स एक फ्रांसीसी सीरियल किलर, धोखेबाज और चोर था। वह हिप्पी ट्रेल यात्रा करने वाले पश्चिमी देशों के पर्यटकों से बेहद नफरत करना था। ऐसा माना जाता है कि उसने थाईलैंड में 14 सहित दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया में कम से कम हिप्पी ट्रेल पर यात्रा करने वाले 20 पश्चिमी पर्यटकों की हत्या की।
डेशिंग पर्सनेलिटी के साथ ही वह बेहद चालाक और बहुत बड़ा जालसाज था। अपराध करने के बाद सांप की तरफ निकल जाता था। हिप्पियों को मारने और अपराध करने के तरीकों के चलते वह बिकिनी किलर, सीरियल किलर, द सर्पेंट जैसे नामों से कुख्यात हुआ। भारत में चार्ल्स शोभराज के जालसाजी के किस्से इतने प्रचलित और कुख्यात हैं कि जालसाजी, धोखाधड़ी करने वाले लोगों को चार्ल्स शोभराज की उपमा तक दी जाती है।
वह 1976 से 1997 तक भारत की जेल में बंद रहा। भारत से रिहाई के बाद वह पेरिस चला गया। 2003 में उसने नेपाल में दो विदेशी पर्यटकों की हत्या की। जिस मामले में उसे गिरफ्तार किया गया और उसे आजीवन कारावास की सजा हुई। इसके बाद वह बीते 19 सालों से नेपाल की जेल में बंद था।