उदयपुर,(एआर लाइव न्यूज)। पढ़ाई का नाम लेने से कई लोगों की तो सांसें अटक जाती है, वहीं उदयपुर के डॉक्टर अरविंदर सिंह ने 123 डिग्री, डिप्लोमा, सर्टिफिकेट हासिल कर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड बनाया है। 51 वर्षीय डॉ. अरविंदर सिंह पहले भारतीय डॉक्टर हैं, जिनका नाम उनकी डिग्री और डिप्लोमा की संख्या के कारण वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड-2022 में शामिल हुआ है।
अर्थ ग्रुप के डायरेक्टर व सीईओ डॉ. अरविंदर सिंह पहले ऐसे डॉक्टर हैं, जिनको मेडिकल साइंस के अलावा मैनेजमेंट, कानून विशेषज्ञ, कॉस्मेटोलॉजी, कॉस्मेटिक डर्मेटोलॉजी, डिजीटल मार्केटिंग में भी महारत हासिल है। इनके द्वारा हासिल की गयीं 123 डिग्री, डिप्लोमा व सर्टिफिकेट में 77 एकेडमिक और 46 नॉन एकेडमिक संबंधित कोर्स से हैं।
2008 में 90 लाख का पैकेज छोड़, भारत में कार्य करने का किया फैसला
डॉ. अरविंदर सिंह ने बताया कि उन्होंने 2009 में आईआईएम टॉप कर भारत के प्रथम डॉक्टर होने का गौरव प्राप्त किया था। 2008 में जब वे आईआईएम में थे, तब उन्हें स्कॉटलैंड से 90 लाख रूपए पैकेज की जॉब का एक बड़ा ऑफर मिला था। लेकिन तब उन्होंने उस ऑफर को ठुकरा कर भारत में रहकर कार्य करने का फैसला लिया था। डॉक्टर सिंह ने शिक्षा क्षेत्र के अलावा निशानेबाजी में गोल्ड मैडल प्राप्त किया हुआ है और स्कूबा डाइविंग का रिकॉर्ड भी बनाया हुआ है, साथ ही उन्होंने बिजनेस लीडर अवॉर्ड जैसी महत्वपूर्ण उपलब्धियां भी हासिल की हुई हैं।
मौजूदा समय में डॉ. अरविंदर सिंह कॉस्मेटिक डर्मेटोलॉजी व पैथोलॉजी के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने ऑक्सफोर्ड, यूके, अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ एस्थेटिक मेडिसिन, कैनेडियन बोर्ड ऑफ एस्थेटिक मेडिसिन, इंटरनेशनल अकादमी ऑफ स्वीडन तथा जर्मनी से कॉस्मेटिक डर्मेटोलॉजी, एस्थेटिक मेडिसिन, सौंदर्य शास्त्र व क्लिनिकल कॉस्मेटोलॉजी, मेडिकल लेजर आदि विषयों में विभिन्न डिप्लोमा व सर्टिफिकेट हासिल किए हैं और वे राजस्थान के प्रथम इंटरनशेनल बोर्ड सर्टिफाइड कॉस्मेटिक डर्मेटोलॉजिस्ट व एस्थेटिक फिजिशियन बन गए हैं। हाल ही डॉक्टर अरविंदर सिंह को कॉस्मेटिक डर्मेटोलॉजी क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा सम्मानित किया गया था।
मेडिकल क्षेत्र में क्वालिटी बेहद महत्वपूर्ण, इसलिए खुद पढ़ता और सीखता हूं : डॉ. अरविंदर सिंह
डॉक्टर सिंह का मानना है कि मेडिकल के क्षेत्र में क्वालिटी बेहद महत्वपूर्ण है, इसलिए में किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले खुद उसके बारे में पढ़ते और सीखते हैं। उनके नेतृत्व में अर्थ स्किन सेंटर भारत क्वालिटी प्रमाणित सेंटर बन गया है, वहीं अर्थ डायग्नोस्टिक भी साउथ राजस्थान का काफी पुराना डायग्नोस्टिक सेंटर है। डॉ. सिंह ने गत वर्ष इंस्टीट्यूट ऑफ एस्थेटिक मेडिसिन, कॉस्मेटोलॉजी व लेजर की स्थापना भी की है, जिसको लंदन से मान्यता व यूएसए से रजिस्ट्रेशन मिला है।
डॉक्टर सिंह ने आशा जताई है कि इस सेंटर से ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थी रोजगारपरक कोर्स करेंगे और मेडिकल क्षेत्र में भी यह इंस्टीट्यूट ट्रेनिंग व सर्टिफिकेशन उपलब्ध करवाएगा। इसके अंतर्गत मेडिकल कॉस्मेटोलॉजी, एस्थेटिक्स व मेडिकल लेजर के डिप्लोमा, फेलोशिप की ट्रेनिंग होगी।