अजमेर,(ARLive news)। अजमेर में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पुलिस जांच अधिकारियों को एक सबक दिया है। सबक है कि पुलिस परिवादी पक्ष और आरोपी पक्ष की सही पहचान की भी पुष्टि करे।
अजमेर के मदनगंज थाने में एक महिला ने 17 अप्र्रेल को एक युवक के खिलाफ दुष्कर्म की एफआईआर दर्ज करवायी थी, पुलिस ने महिला के कोर्ट में बयान भी करवाए और आरोपी को गिरफ्तार कर उसे जेल भी भेज दिया।
यहां तक केस में सबकुछ सही दिख रहा था, लेकिन जब आरोपी के पिता ने थाने से महिला का पता लेकर उससे संपर्क किया तो महिला का नाम-पता-पहचान सबकुछ फर्जी निकाला। तब पता चला कि जिस महिला ने दुष्कर्म की एफआईआर दर्ज करवाई थी, उसने न तो थाने में अपना नाम-पता सही बताया, यहां तक कि उसने आधार कार्ड भी किसी दूसरी महिला का लगा दिया था।
दुष्कर्म पीड़िता के खिलाफ दर्ज हुआ पहचान दस्तावेज दुरूपयोग का केस
पहचान संबंधी दस्तावेज का दुरूपयोग करने के आरोप में आधार कार्ड और पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज नाम-पते वाली महिला ने उस दुष्कर्म पीड़ित महिला के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवायी है। उस महिला ने बताया कि कुछ समय पहले एक परिचित महिला किसी काम का हवाला देकर दो दिन के लिए उससे आधार कार्ड लेकर गयी थी। महिला ने संदेह जताया है कि उस परिचित महिला ने ही उसके आधार कार्ड का दुरूपयोग किया होगा और जब थाने में एफआईआर दर्ज करवानी थी तो असली नाम-पता बताने के बजाए मेरा आधार कार्ड लगाकर फर्जी नाम-पता लगा दिया होगा।
4 महीनों में पुलिस ने भी महिला के नाम-पते की पड़ताल नहीं की
यहां खासबात है कि पुलिस ने भी दुष्कर्म का केस दर्ज करवाने वाली महिला की असली पहचान की पड़ताल नहीं की। फर्जी नाम-पते के साथ ही उसका मेडिकल करवाया और कोर्ट में धारा 164 के तहत बयान भी करवा दिए। पुलिस ने आरोपी को सितंबर में गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया। आरोपी एक महीने से जेल में हैं। पुलिस अब उस महिला की तलाश में जुटी हुई है, जिसने फर्जी नाम-पते से दुष्कर्म की एफआईआर दर्ज करवायी थी।
पिता महिला से नहीं मिलते तो सच्चाई सामने नहीं आती
दुष्कर्म आरोपी बंशीलाल एक ढाबा चलाता है। आरोपी के पिता ने दुष्कर्म पीड़िता का थाने से नाम-पता प्राप्त किया और मिलने के लिए उस महिला के घर चले गए। वहां जो महिला मिली उसने तो आरोपी बंशीलाल को जानने-पहचानने से इनकार कर दिया और यहां तक बताया कि उसने न तो कोई एफआईआर दर्ज करवाई है और न ही उसके बयान हुए हैं। इसके बाद पूरे मामले की सच्चाई सामने आई।
इधर पुलिस अधिकारियों को कहना है कि महिला के साथ दुष्कर्म की घटना सही थी, जिसके आरोप में युवक को गिरफ्तार किया था। लेकिन महिला ने गलत नाम और पता बताकर पुलिस और कोर्ट का गुमराह किया है। ऐसे में महिला के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।