उदयपुर,(ARLive news)। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो उदयपुर की इंटेलीजेंस यूनिट ने सोमवार को चित्तौड़गढ़ के निम्बाहेड़ा पटवारी विजय ईडीवाल को 8 हजार रूपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। पटवारी विजय रिश्वत के 5 हजार रूपए पहले ही परिवादी नरेन्द्र सिंह जारोली से पहले ही ले चुका था। पटवारी ने परिवादी ये यह राशि भूखंड के डिक्री का मौका पर्चा बनाने की एवज में ले रहा था।
एडि.एसपी सुधीर जोशी ने बताया कि निम्बाहेड़ा के पटवारी विजय ईडीवाल पुत्र संतोष जैन को 8000 रूपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। परिवारी नरेन्द्र सिंह ने एसीबी कार्यालय आकर शिकायत की थी, कि उसके गांव में सहखातेदारी का भूखंड था, जिसके बंटवारे के बाद निम्बाहेड़ा में डिक्री हुई थी। डिक्री का मौका पर्चा बनाने की एवज में पटवारी विजय ईडीवाल 15000 रूपए रिश्वत मांग रहा है और यह कहा है कि रिश्वत राशि देनी पड़ेगी, तभी वह डिक्री मौके पर्चे में तुम्हारे लिए रास्ता दर्शा दुंगा।
रिश्वत के लिए परिवादी के घर ही पहुंच गया पटवारी
15 अगस्त को पटवारी रिश्वत राशि की मांग के लिए परिवादी के घर ही पहुंच गया। जब परिवादी ने 15 हजार रूपए बहुत ज्यादा होना बताया तो पटवारी ने कहा कि इसमें से गिरदावर और तहसीलदार को भी रूपए देने पड़ेंगे।
परिवादी की शिकायत पर एसीबी ने 16 अगस्त को सत्यापन किया तो 15000 रिश्वत की मांग की पुष्टि हुई। परिवादी के काफी निवेदन के बाद पटवारी ने 13000 रूपए रिश्वत में तैयार हो गया और उसी समय 5 हजार रूपए बतौर पेशगी ले लिए। बचे हुए 8 हजार रूपए अगले दिन देने के कहा। आज परिवादी जब पटवारी के निम्बाहेड़ा स्थित कार्यालय पहुंचा तो वहां एसीबी भी साथ गयी। जैसे ही पटवारी विजय ईडीवाल ने परिवादी से 8000 रूपए रिश्वत के लिए, एसीबी ने उसे तत्काल धर दबोच लिया।



