उदयपुर के हिरणमगरी थानाधिकारी रह चुके राजेश यादव भी होंगे सम्मानित
उदयपुर,(ARLive news)। इस स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को राजस्थान के 6 पुलिस अधिकारियों सहित देश के 121 पुलिस अधिकारियों को केन्द्रीय गृह मंत्री पदक से सम्मानित किया जाएगा। यह पदक इनको जांच में उत्कृष्टता के लिए दिया जाएगा। राजस्थान के 6 पुलिसकर्मियों में 1 उदयपुर के हिरणमगरी थाने में रह चुके इंस्पेक्टर राजेश यादव भी हैं, जिन्हें हिरणमगरी थानाधिकारी रहते हुए एक चार साल की बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म मामले में अनुसंधान कर 12 दिन में चार्जशीट पेश करने और उस आरोपी के नाबालिग होते हुए भी आजीवन कारावास की सजा तक पहुंचाने पर सम्मान के लिए चुना गया है।
इंस्पेक्टर राजेश यादव अभी जोधपुर कमिश्नरेट में के क्राइम ब्रांच में इंस्पेक्टर हैं। इससे पहले वे उदयपुर के हिरणमगरी और भूपालपुरा में थानाधिकारी रह चुके हैं। राजस्थान से इस बार पुलिस उप अधीक्षक प्रशांत कौशिकए पुलिस निरीक्षक मुनिन्द्र सिंहए राजेश यादवए पवन कुमार चौबे व सन्तरा मीणा एवं उप निरीक्षक मलकियत सिंह को चुना गया है। राष्ट्रीय स्तर पर यह सम्मान पिछले तीन साल से अनुसंधान में उत्कृष्टता के लिए दिया जा रहा है।
जिले में पहली बार नाबालिग को हुई थी उम्रकैद की सजा
उदयपुर के हिरणमगरी थाना क्षेत्र में यह केस 17 अक्टूबर 2018 का है। एक 4 साल की बच्ची के साथ 17 साल 3 महीने के परिचित ने दुष्कर्म किया था। उस समय थानाधिकारी राजेश यादव ने अनुसंधान कर 12 दिन में कोर्ट में चालान पेश किया था। मामले को केस ऑफिसर स्कीम में लिया था और पूरे 1 साल बाद 19 अक्टूबर 2019 को इस केस में आरोपी को कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी। ऐसा पहली बार हुआ था जब अपराध के समय नाबालिग रहे आरोपी को उम्रकैद की सजा हुई हो और यह फैसला सुनाने के लिए रात 8 बजे तक अदालत में कार्यवाही चली थी।
कोर्ट ने अनुसंधान अधिकारी थानाधिकारी राजेश यादव के लिए टिप्पणी की थी कि अनुसंधान अधिकारी ने ऐसा अनुसंधान किया है कि पूरे घटनाक्रम की कड़ी से कड़ी को इस प्रकार जोड़ा है कि कोई साक्ष्य डिस्ट्रॉय (खराब) नहीं हुआ।

देशभर में से सीबीआई के 15, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र पुलिस के 10, उत्तर प्रदेश पुलिस के 08, केरल और पश्चिम बंगाल पुलिस से 07 और शेष अन्य राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से हैं।
21 महिला पुलिस अधिकारी भी शामिल
गृह मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि इनमें 21 महिला पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। यह पदक स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रदान किया जाएगा।
गौरतलब है कि पदक की देने की शुरुआत साल 2018 में आपराधिक मामलों की जांच में बेहतर काम करने वाले पुलिस. कर्मियों को प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की गई थी।



