वीडियो में शख्स टूटी हुई कुर्सी ले जाते हुए दिख रहा है, फिर ये आभूषण कब चोरी हुए.?
उदयपुर,(ARLive news)। घंटाघर थाने के सामने 14 साल से बंद पड़े परमात्मा ज्वैलर्स की दुकान से 10 किलो सोने और 11 किलो चांदी के जेवर सहित अन्य सामान चोरी होने की खबर ने शहर में सनसनी मचाई हुई है। लेकिन थाने में दर्ज हुई रिपोर्ट का हर पैरा कई ऐसे सवाल भी खड़े कर रहा है, जिससे चोरी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। हालां कि घंटाघर थाने में परिवादी परमात्मा ज्वैलर्स के डायरेक्टर्स अरूण मेहता, आशा मेहता और झामनदास मेहता के नाम से दी रिपोर्ट पर एफआईआर दर्ज कर ली गयी है।
एडि.एसपी गोपाल स्वरूप मेवाड़ा ने बताया कि थाने में दुकान से 10 किलो चांदी, 11 किलो सोने के जेवर, एसी, फर्नीचर सहित अन्य सामान चोरी होने की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। रिपोर्ट पर एफआईआर दर्ज कर ली गयी है। आभूषण 14 साल से रखे हुए थे। अब 2006 से अभी लॉकडाउन तक के 14 साल के दौरान यह आभूषण कब चोरी हुए इस बात का किसी को पता नहीं है। घटनाक्रम को लेकर कई संभावनाएं जताई जा रही है, ऐसे में पुलिस मामले के हर पहलू पर जांच कर रही है और पुलिस इस मामले का खुलासा जरूर करेगी।
आइए जानते हैं थाने में दर्ज हुई रिपोर्ट में क्या है
डायरेक्टर्स ने थाने में रिपोर्ट दी है कि उन्होंने घंटाघर में परमात्मा ज्वैलर्स के नाम से 1995 में सोने-चांदी के आभूषणों की एक दुकान शुरू की थी। अगस्त 2006 से डायरेक्टर्स में मतभेद व विवाद हुआ तो दुकान बंद कर दी गयी। जब दुकान बंद की उस समय दुकान में 10 किलो सोने के आभूषण, 11 किलो चांदी के बर्तन, मूर्तियां, कुर्सियां, कुछ दस्तावेज रखे थे और 5 स्प्लिट एसी लगे हुए थे। तब से इस दुकान को कभी खोला नहीं गया।
14 साल बाद 8 जून 2020 को सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष यशवंत आंचलिया के मोबाइल वाट्सअप पर एक वीडियो आता है। इसमें एक शख्स परमात्मा ज्वैलर्स के सैकंड फ्लोर से दुकान में घुसते हुए और एक टूटी हुई कुर्सी निकालते हुए दिखायी दे रहा है। खेर यशवंत आंचलिया इस वीडियो को डायरेक्टर अरूण मेहता को भेजते हैं और आकर दुकान देखने की सलाह देते हैं। अरूण मेहता इसकी जानकारी अन्य डायरेक्टर आशा मेहता व झामनदास मेहता को देते हैं। हालां कि तीनों डायरेक्टर्स को आपस में संपर्क करने में 1 दिन लग गया। इसके बाद 9 जून को डायरेक्टर्स थाने में रिपोर्ट देकर चोरी की आशंका जाहिर करते हैं। फिर 10 जून को डायरेक्टर्स, सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष यशवंत आंचलिया की मौजूदगी और वीडियोग्राफी के साथ दुकान के भूतल पर लगे पांच ताले खोलकर दुकान खोली जाती है।
5 स्प्लिट एसी, कम्प्रेशर सहित आभूषण गायब मिले
दुकान के सैकंड फ्लोर का लोहे का गेट टूटा हुआ था। दुकान में 14 साल से रखे 10 किलो सोने, 11 किलो चांदी के आभूषण, 5 स्प्लिट एसी कम्प्रेशर सहित, 5 कुर्सियां, शोरूम में लगी लाइटें और कुछ दस्तावेज गायब मिले। इस पर कंपनी डायरेक्टर्स ने यह सबकुछ दुकान से चोरी होने की रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई है। बताया जा रहा है कि दुकान से कुर्सी ले जाता यह शख्स घंटाघर में ही जूते-चप्पल की दुकान चलाता है और पड़ोसी है।
थानाधिकारी भवानी सिंह ने बताया कि परमात्मा ज्वैलर्स में सोने-चांदी के आभूषणों के चोरी होने की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। निदेशकों ने चोरी की रिपोर्ट दी है। निदेशकों में विवाद भी चल रहा है। ऐसे में चोरी होने सहित इससे संबंधित हर पहलू की जांच की जा रही है।
यह सवाल खड़े हो रहे हैं
- दुकान में 10 किलो सोने और 11 किलो चांदी के जेवर 14 साल से रखे हुए थे, घंटाघर थाने के आस-पास दुकानों में पहले भी चोरी हो चुकी है, इसके बावजूद निदेशकों ने अपनी दुकान की कभी कोई सुध क्यों नहीं ली..?
- दुकान में 5 करोड़ के आभूषण रखे हैं और दुकान में चोरी हुई है, यह पता चलने के बाद भी निदेशको को दुकान तक पहुंचने में दो दिन लग गए ..?
- जिस वीडियो के जरिए यह आशंका जताई जा रही है कि दुकान में चोरी हुई है, उसमें तो वह शख्स टूटी हुई कुर्सी ले जाते हुए दिखायी दे रहा है..!
- सवाल है कि अगर किसी ने 5 करोड़ के आभूषण चुराए होंगे तो क्या वह टूटी हुई कुर्सी भी ले जाएगा..?
- बड़ी से बड़ी चोरी में भी चोर शो रूम में लगे स्प्लिट एसी तक खोलकर कर ले गए, ऐसा ऐसा आमतौर पर होने वाली चोरी के मामलों में तो पहले कभी किसी ने नहीं सुना होगा।
- जिस समय यह शख्स टूटी हुई कुर्सी ले जा रहा था, तब उसका वीडियो बनाने वाला कौन था..?
- लोगों के बीच चर्चा है कि क्या यह रिपोर्ट निदेशकों के बीच चल रहे विवाद का तो कोई परिणाम नहीं है..? खैर सच्चाई तो पुलिस जांच पूरी होने के बाद ही पता चलेगी।
हालां कि इन सभी सवालों के जवाब और मामले की सच्चाई पुलिस जांच पूरी होने के बाद ही पता चल सकेगी। अगर यह चोरी हुई है तो यह जिला पुलिस के लिए शर्मनाक है और अगर सच्चाई कुछ और है तो इसका बाहर आना भी बेहद जरूरी है, क्यों कि ऐसी घटनाएं क्षेत्र में अन्य व्यापारियों में असुरक्षा की भावना पैदा करती हैं।




