जोधपुर/उदयपुर,(ARLive news)। गीतांजलि मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में 2018-19 के बैच में एमबीबीएस एडमिशन घोटाले के आरोप में सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है। इस संबंध में सीबीआई ने जोधपुर सीबीआई स्पेशल कोर्ट में जवाब पेश किया है।
परिवादी के वरिष्ठ वकील एके जैन से प्राप्त जानकारी के अनुसार सीबीआई ने कोर्ट में पेश जवाब में बताया कि मामले की जांच चीफ विजिलेंस ऑफिसर को सौंपी गयी है। वे मामले की प्रारंभिक जांच कर रहे हैं। चीफ विजिलेंस ऑफिसर केन्द्रीय सतर्कता आयोग (सेंट्रल विजिलेंस कमीशन) के तहत ही यह जांच कर रहे हैं। मामले में गीतांजलि मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल प्रबंधन, चैयरमेन की जांच सहित तकनीकी मामला होने के कारण मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के अधिकारियों की भूमिका की भी जांच होगी।
गीतांजलि मेडिकल कॉलेज प्रबंधन पर आरोप है कि है कि उन्होंने एमबीबीएस 2018-19 के बैच में 47 सीट्स पर मैरिट के अनुसार वरीयता में आए कैंडीडेट्स को प्रवेश नहीं देकर, अपने हिसाब से कैंडीडेट्स को एडमिशन दिया था और छात्र कैंडीडेट से एडमिशन के नाम पर करोड़ों रूपए लिए थे। परिवादी राजेन्द्र सिंह शेखावत के वकील एके जैन ने आरोप लगाया है कि यह एडमिशन घोटाला 100 करोड़ से अधिक का है। मामले में सरकारी स्तर पर गठित कमेटी ने भी पूर्व में जांच की थी। इस कमेटी ने भी गीतांजलि मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल प्रबंधन पर लगे आरोप को सही माना था।



