
बांसवाड़ा एसीबी डीएसपी हेरम्ब जोशी ने बताया कि रवीन्द्र सिंह बांसवाड़ा के सदर थाने में हेडकांस्टेबल है और सेनावासा चौकी पर पदस्थापित है। परिवादी कचरू खराड़ी ने एसीबी में हेडकांस्टेबल रवीन्द्र सिंह के खिलाफ रिश्वत मांगने का परिवाद दिया। परिवादी ने बताया कि उसकी काकी ने जमीन विवाद को लेकर उसके और परिवार वालों के खिलाफ सदर थाने के एक रिपोर्ट दर्ज करवाई है। परिवार वालों के नाम रिपोर्ट से हटाने और कोर्ट में जल्दी चालान पेश करने की एवज में वह 10 हजार रूपए रिश्वत मांग कर रहा है।
एसीबी ने जब शिकायत का सत्यापन किया तो परिवादी कचरू के निवेदन पर हेडकांस्टेबल रवीन्द्र सिंह 5 हजार रूपए की रिश्वत राशि में तैयार हो गया। मंगलवार को एसीबी टीम चौकी पहुंच गई। परिवादी कचरू से हेडकांस्टेबल रवीन्द्र सिंह ने जैसे ही रिश्वत राशि 5 हजार रूपए लिएए एसीबी टीम ने उसे धरदबोचा। ट्रेप कार्यवाही में एसीबी डीएसपी के नेतृत्व में कांस्टेबल राजकुमार, गणेश लबाना, रतन सिंह, दशरथ सिंह, गणेश प्रसाद, जितेन्द्र सिंह झाला की टीम शामिल रही।
गालीगलौज की तो पहुंच गया एसीबी
परिवादी ने एसीबी टीम सदस्यों को बताया कि उसकी काकीने परिवाद में उसका और परिवार के अन्य सदस्यों का नाम दिया था। रिपोर्ट की जांच हेडकांस्टेबल रवीन्द्र सिंह कर रहे थे और वे हमें डराने और दबाव डालने के लिए हमारे साथ न सिर्फ दुर्व्यवहार कर रहे थे, बल्कि हर बात में गालीगलौज कर धमका रहे थे।इस बात से मैं और परिवार के सभी सदस्य बहुत तनाव में थे और इसी बात से परेशान होकर हमने एसीबी में जाने का मन बनाया।



