- अंग प्रत्यारोपण मामलों में एनओसी जारी करने की एवज में हो रहा था रिश्वत का लेनदेन
- एसएमएस अस्पताल में अंग प्रत्यारोपण से संबंद्ध कार्मिक और दलाल 70 हजार रुपये रिश्वत लेते-देते पकड़े गए
- आरोपी बिना कमेटी की बैठक हुए फर्जी हस्ताक्षरों से जारी कर रहे थे एनओसी प्रमाण पत्र
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जयपुर,(एआर लाइव न्यूज)। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर की टीम ने रविवार देर रात सवाईमान सिंह अस्पताल (SMS) के सहायक प्रशासनिक अधिकारी गौरव सिंह और ईएचसीसी हॉस्पिटल के अंग प्रत्यारोपण समन्वयक अनिल जोशी को 70 हजार रुपये रिश्वत लेते-देते गिरफ्तार किया है। पूरे प्रकरण में मिलीभगत होने पर जयपुर के फोर्टिस अस्पताल के अंग प्रत्यारोपण समन्यवक विनोद को भी गिरफ्तार किया है। (fake organ transplant noc certificate) एसीबी को गौरव सिंह के घर से 100 से अधिक फर्जी सर्टिफिकेट मिले हैं। आरोपी अब तक कमेटी के पदाधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर कर फर्जी तरीके से प्रदेश के कई निजी हॉस्पिटल्स को फर्जी ऑर्गन ट्रांसप्लांट सर्टिफिकेट जारी कर चुका है।
एसीबी जयपुर के उप महानिरीक्षक पुलिस डॉ. रवि ने बताया कि एसीबी मुख्यालय पर गोपनीय शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसमें खुलासा किया गया था कि अंग प्रत्यारोपण के लिए एनओसी जारी करने की एवज में एसएमएस अस्पताल के अधिकारी और निजी अस्पतालों के बीच बड़े स्तर पर रिश्वत का लेन-देन हो रहा है। सूचना का एसीबी ने सत्यापन किया तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। जानकारी मिली कि एसएमएस अस्पताल का सहायक प्रशासनिक अधिकारी गौरव सिंह अंग प्रत्यारोपण संबंधित कमेटी की बैठक के बिना ही कमेटी के पदाधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर कर फर्जी तरीके से अंग प्रत्यारोणप की एनओसी सर्टिफिकेट जारी कर रहा है। इस संबंध में वह निजी अस्पतालों के अंग प्रत्यारोपण समन्वयक से मोटी रकम रिश्वत के रूप में वसूल रहा है।
देर रात एसएमएस अस्पताल में छापा मार किया गिरफ्तार
शिकायत की पुष्टि होने और रिश्वत लेन-देन होने वाली है, इस सूचना पर एसीबी की टीम ने देर रात एसएमएस अस्पताल में छापा मारा और एसएमएस अस्पताल के सहायक प्रशासनिक अधिकारी गौरव सिंह औार निजी अस्पताल ईएचसीसी के अंग प्रत्यारोपण समन्वयक अनिल जोशी को 70 हजार रूपए रिश्वत लेते-देते धरदबोचा, इसके अलावा टीम ने फोर्टिस अस्पताल के अंग प्रत्यारोपण समन्वयक विनोद को भी पकड़ा है। एसीबी टीम ने मौके पर आरोपियों के पास से तीन फर्जी एनओसी प्रमाण पत्र भी बरामद किये।
प्रदेश के कई निजी हॉस्पिटल को जारी हो चुके हैं फर्जी ऑर्गन ट्रांसप्लांट सर्टिफिकेट
एसीबी अधिकारी ने प्रेसवार्ता में बताया कि आरोपी द्वारा कमेटी के पदाधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर कर फर्जी तरीके प्रदेश के कई निजी हॉस्पिटल्स को फर्जी ऑर्गन ट्रांसप्लांट सर्टिफिकेट जारी किए हैं। ऐसे में एसीबी ने गिरफ्तार हुए आरोपियों के घर से अंग प्रत्यारोपण से संबंधित सभी दस्तावेज जब्त कर लिए हैं। सभी हॉस्पिटल्स को संपर्क कर इस संबंध में पाबंद किया जाएगा।
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