- कोर्ट ने संदेह का लाभ देकर किया दोषमुक्त
- गत वर्ष कोरोना के चलते सपा के कद्दावर नेता पंडित सिंह का हो गया था निधन
विकास कुमार सोनी, गोंडा। सपा के कद्दावर नेता रहे दिवंगत विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह पर 29 साल पहले हुए जानलेवा हमले के मामले में सोमवार को कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए सांसद बृजभूषण सिंह को बरी कर दिया। अदालत ने सांसद बृजभूषण सहित दो अन्य आरोपियों को मामले में संदेह का लाभ देते हुए दोषमुक्त किया है।
गौरतलब है कि मामला 1993 का था और इस मामले में अब न तो पीड़ित विनोद कुमार सिंह जीवित हैं और एक अन्य आरोपी की भी मौत हो चुकी है। उत्तर प्रदेश में सपा सरकार के समय मंत्री रह चुके विनोद कुमार सिंह का गत वर्ष कोरोना के चलते निधन हो गया था।
मामले के अनुसार 24 दिसंबर 1993 को नवाबगंज थाना क्षेत्र के बल्लीपुर गांव में सपा नेता विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह पर जानलेवा हमला हुआ। कार में आए चार बदमाशों ने पंडित सिंह पर अंधाधुंध फायरिंग कर मरणासन्न हालत में छोड़कर फरार हो गए थे। इस मामलो में पुलिस ने बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह और दो साथी ज्ञान सिंह, दीपनारायण यादव उर्फ पहलवान व देवदत्त सिंह को आरोपी बनाकर चारों के खिलाफ न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की थी।
इस मुकदमे की सुनवाई अपर सत्र न्यायालय में चल रही थी। बीते 29 सालों में एक आरोपी देवदत्त सिंह की मृत्यु हो गई। जबकि सांसद समेत तीन आरोपियों के खिलाफ सुनवाई चल रही थी। 29 साल बाद इस बहुचर्चित मामले का फैसला सुनाते हुए अपर सत्र न्यायालय ने कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह, ज्ञान सिंह और दीप नारायण यादव को संदेह का लाभ देते हुए दोषमुक्त करार दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने बचाई थी पंडित सिंह की जान
पंडित सिंह मुलायम सिंह के बहुत करीबी माने जाते थे। वर्ष 1993 में जब पंडित सिंह पर जानलेवा हमला हुआ तो उस समय प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी। मुलायम सिंह प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। जैसे ही उनको पंडित सिंह पर हमले की जानकारी मिली तत्काल उन्होंने हेलीकॉप्टर भेजकर पंडित सिंह को एअरलिफ्ट कराया और लखनऊ ले जाकर भर्ती कराया। तत्काल इलाज मिल जाने के कारण पंडित सिंह की जान बच गई।
पंडित सिंह जीवन पर्यंत मुलायम सिंह यादव के खास सिपहसालार रहे। वर्ष 2004 में मुलायम सिंह यादव ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल में जगह देते हुए चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री बनाया। वर्ष 2012 में सपा की सरकार बनने पर पंडित सिंह को कैबिनेट में जगह दी गयी और वह प्रदेश के कृषि मंत्री रहे। गत वर्ष कोरोना के चलते पंडित सिंह का निधन हो गया था।