डूंगरपुर,(एआर लाइव न्यूज)। उदयपुर संभाग के डूंगरपुर जिले के चीतरी थाना क्षेत्र के झिंझवा फला में अंधविश्वास का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सभी के रौंगटे खड़े कर दिए, गांव में दहशत का माहौल है। एक 14 वर्षीय किशोरी ने उसकी ही सोती हुई 7 वर्षीय भतीजी वर्षा पुत्री सुरेश का बड़ी बेरहमी से तलवार से वार कर सिर धड़ से अलग कर दिया।
किशोरी रविवार रात घर में चल रहे पूजा-पाठ के दौरान तलवार लेकर वहां मौजूद लोगों के पीछे दौड़ी, पिता और भाई पर भी हमला किया और इसके बाद भतीजी की हत्या कर दी। ग्रामीण और परिजन दावा कर रहे हैं कि घटना के समय किशोरी पर माताजी का भाव आया था। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची है और घटनास्थल को सील कर दिया। सोमवार सुबह मौके पर पहुंची एफएसएल टीम ने सैंपल एकत्रित किए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हरियाली अमावस के दिन से घर में माताजी की स्थापना कर चल रही थी पूजा अर्चना
थानाधिकारी गोविंद सिंह ने बताया कि 14 वर्षीय किशोरी को डिटेन कर लिया गया है। किशोरी दसवीं की छात्रा है और हॉस्टल में रहती है। झिंझवा फला में शंकर पुत्र रामजी डेंडोर ने घर में 28 जुलाई को माताजी की प्रतिमा स्थापना कर पूजा-अर्चना का कार्यक्रम शुरू किया था। इसके चलते शंकर की 14 वर्षीय पुत्री हॉस्टल से आयी थी और पूजा-पाठ के सभी कार्यक्रमों में हिस्सा ले रही थी।
रविवार देर रात पूजा-पाठ के दौरान ही किशोरी (शंकर की पुत्री) अचानक हाथ में तलवार लेकर सभी के पीछे दौड़ी। उसके पिता शंकर और भाई सुरेश ने रोकने का प्रयास किया तो उन पर भी तलवार से हमला कर दिया। सभी लोग किशोरी से बचकर भाग रहे थे, इसी दौरान उसने घर में सो रही 7 वर्षीय भतीजी वर्षा पुत्री सुरेश पर तलवार से ताबड़तोड़ वार किए, इससे वर्षा की मौके पर ही मौत हो गयी।
मानसिक स्थिति पता करने किशोरी का मेडिकल टेस्ट करवाया है
थानाधिकारी गोविंद सिंह ने बताया कि किशोरी का मेडिकल टेस्ट करवाया गया है, ताकि उसकी मेडिकल कंडीशन पता चल सके। परिजनों से पूछताछ में किशोरी को किसी प्रकार की मानसिक समस्या होने या कोई दवाई चलने जैसी बात सामने नहीं आयी है। ऐसे में किशोरी के हॉस्टल और स्कूल जाकर भी पड़ताल की जाएगी। मृतक बच्ची का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है।
पिता-भाई ने रोकना चाहा, तो उन पर भी किया तलवार से हमला
पुलिस ने बताया कि माताजी की प्रतिमा स्थापना के बाद से रोजाना सुबह शाम पूजा अर्चना चल रही थी। बीती रात दर्शन के लिए ग्रामीण शंकर के घर पहुंचे। माताजी की पूजा आरती का कार्यक्रम रात 8 बजे से शुरू हुआ, इसी दौरान देर रात शंकर की 14 साल की पुत्री अचानक से बाल खोलकर सिर घुमाने लगी और यह कहते हुए सभी के पीछे तलवार लेकर दौड़ी की कि मैं सबको मार डालुंगी।
किशोरी के पिता शंकर और भाई सुरेश ने उसे पकड़ने का प्रयास किया तो उसने उन पर ही तलवार से वार कर दिया, उनके भी चोटें आयी हैं। इसके बाद सभी लोग वहां से इधर-उधर भागने लगे। घर के आंगन में किशोरी को कोई नहीं मिला तो वह घर के अंदर सो रही 7 वर्षीय भतीजी वर्षा पुत्री सुरेश के पास पहुंची और तलवार से ताबड़तोड़ वार कर उसकी निर्मम हत्या कर दी। किशोरी ने भतीजी पर इतने वार किए कि उसका सिर धड़ से अलग हो गया। परिजनों ने घेरा डालकर बमुश्किल किशोरी को काबू किया और पुलिस को सूचना दी।