आवास एवं अन्य ठिकानों की तलाशी जारी
उदयपुर,(एआर लाइव न्यूज़)। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की उदयपुर टीम ने आज मंगलवार रात उदयपुर में औषधि नियंत्रण अधिकारी धीरज शर्मा, सहायक औषधि नियंत्रक चैतन्य प्रकाश पंवार और एक दलाल अंकित जैन को 22 हजार रुपये रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि एसीबी की उदयपुर इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसकी उदयपुर में मेडिकल की दुकान है। औषधि नियंत्रण अधिकारी धीरज शर्मा और सहायक औषधि नियंत्रक चैतन्य प्रकाश दुकान पर आकर दवाइयों का लेखा-जोखा मांगकर नारकोटिक्स का केस दर्ज करने की धमकी दे रहे है, और 1 लाख रुपये रिश्वत मांग रहे हैं।
एसीबी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश ओझा के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया गया। पुष्टि होने पर आज मंगलवार को एसीबी निरीक्षक हरिशचंद्र सिंह एवं उनकी टीम ने ट्रेप कार्यवाही की। चैतन्य प्रकाश पंवार और औषधि नियंत्रण अधिकारी धीरज शर्मा ने परिवादी को कहा कि वह रिश्वत राशि 22000 रुपये उनके दलाल अंकित जैन पुत्र इन्दरलाल जैन की मेडिकल शॉप ब्रिटिश फार्मा, मधुबन, उदयपुर पर रखवा दे।
इस पर परिवादी ने दुकान पर जाकर अंकित जैन को जैसे ही रिश्वत के 22000 रुपये दिये, एसीबी ने अंकित जैन को धर दबोचा। इसके बाद एसीबी ने सहायक औषधि नियंत्रक चैतन्य प्रकाश पंवार पुत्र सोहनलाल पंवार को उसके धूलकोट चौराहे स्थित घर से और औषधि नियंत्रक अधिकारी धीरज शर्मा पुत्र महेन्द्र शर्मा को उसके गुलाब बाग़ रोड स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया है।
सत्यापन के दौरान ही ले लिए थे 8000 रुपये
एसीबी ने बताया कि जब शिकायत की पुष्टि की गई थी, तब ही आरोपियों ने परिवादी से 8000 रुपये एडवांस रिश्वत ले ली थी।