
नई दिल्ली,(ARLive news)। पंजाब में चल रही सियासी उठापटक के बीच पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गुरूवार को मीडिया से बातचीत में यह स्पष्ट कर दिया है कि वे भाजपा जॉइन नहीं करेंगे और कांग्रेस में भी नहीं रहेंगे। कैप्टन अमरिंदर सिंह की इस घोषणा के बाद उनकी भाजपा जॉइन करने की अटकलों पर विराम लग जाएगा, जो उनके गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद लगाई जा रही थीं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एनडी टीवी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा वे अभी तक कांग्रेस में हैं, लेकिन वे कांग्रेस में नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान उन्होंने किसान आंदोलन और किसानों की समस्या पर बात की है। उन्होंने गृहमंत्री शाह से कहा है कि किसान आंदोलन को शुरू हुए एक साल होने वाला है। ऐसे में किसानों की समस्या का समाधान होने जरूरी है और सरकार को इस पर सकारात्मक रूप से कुछ करना चाहिए।

पार्टी 50 साल बाद भी मुझ पर संदेह करे तो मेरा पार्टी में रहने का क्या मतलब
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से हुई मुलाकात में उन्होंने इंटरनेशनल बॉर्डर सिक्योरिटी के मुद्दों पर बात की है। कैप्टन ने कहा पिछले 4 सालों से मैं इंटरनेशनल सिक्योरिटी पर नजर रखे हुए हूं और बॉर्डर सिक्योरिटी के मुद्दों को भली-भांति जानता हूं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा मैं 52 साल से राजनीति में हूं। मेरे अपने सिद्धांत हैं। जिस तरह से मेरे साथ व्यवहार किया गया है। सुबह 10 30 बजे कांग्रेस अध्यक्ष कहते हैं कि आप इस्तीफा दे दें। मैंने कोई सवाल नहीं पूछा। शाम 4 बजे मैं राज्यपाल के पास गया और इस्तीफा दे दिया। यदि आप मुझ पर 50 साल बाद संदेह करते हैं और तो विश्वसनीयता दांव पर है, अगर कोई भरोसा नहीं है, तो पार्टी में मेरे रहने का क्या मतलब है। मैंने कांग्रेस से इस्तीफा नहीं दिया है, लेकिन मैं इस्तीफा दे दूंगा