
उदयपुर,(ARLive news)। नारायण सेवा संस्थान के मानसिक विमंदित पुनर्वास केन्द्र में बच्चों की दूषित भोजन से मौत को 22 सितंबर से अब तक 8 दिन बीत गए हैं, लेकिन अभी तक तो यह भी सामने नहीं आया कि इनकी मौत का जिम्मेदार कौन है। प्रशासन को जांच कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार है, तो पुलिस को विसरा रिपोर्ट का इंतजार है। लेकिन इन सबके बीच तीन मासूमों की मौत को इंसाफ का इंतजार है।
ये मासूम दुनिया में अकेले थे, इनके लिए बोलने वाला कोई नहीं था, क्यों कि इनके अपनों ने तो पहले ही इनसे मुंह मोड़ लिया था। यहां सवाल है कि कोई अपने लिए आवाज उठाने लायक नहीं है, तो क्या इनके साथ कैसा भी व्यवहार किया जा सकता है..? क्या इन्हें खाने में ऐसा भोजन दिया जा सकता है, जो पशुओं के खाने लायक भी न हो..? जो काल का ग्रास बने और जो जीवित है, लेकिन निषक्त या मानसिक विमंदित होने के कारण गलत के खिलाफ बोलने लायक नहीं है, उन सभी बच्चों को उदयपुर प्रशासन या पुलिस महकमे से इंसाफ का इंतजार है।
कौन है बच्चों की मौत का जिम्मेदार..?
तीन बच्चों की मौत के पीछे किसकी लापरवाही रही, असली गुनहगार का सामने आना और उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही होना जरूरी है, ताकि भविष्य में कोई भी इन बच्चों के साथ कुछ गलत या पशुओं जैसा व्यवहार कभी न कर सके।
एसपी राजीव पचार ने बताया कि नारायण सेवा संस्थान के पुनर्वास केन्द्र में हुई बच्चों की मौत मामले में पुलिस जांच कर रही है। जिन बच्चों की मौत हुई, उनकी विसरा रिपोर्ट का इंतजार है। विसरा रिपोर्ट से ही पता चलेगा कि बच्चों की मौत वाकैय फूड पॉइजनिंग से हुई या मौत का कोई और कारण था। बच्चों की मौत के पीछे किसी की लापरवाही भी सामने आयी तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही होगी। कलेक्टर ने भी मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की हुई है। कमेटी की जांच रिपोर्ट आना भी बाकि है।
