उदयपुर,(ARLive news)। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो उदयपुर की टीम ने सोमवार को चित्तौड़गढ के निम्बाहेड़ा में नरसिंहगढ़ सरपंच विष्णु पुत्र श्यामलाल मीणा को 6000 रूपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। सरपंच पंचायत में लगे सफाई कर्मी की सालभर की 48000 रूपए सैलरी पास करने की एवज में यह रिश्वत ले रहा था।
एसीबी एडि.एसपी उमेश ओझा ने बताया कि परिवादी श्यामलाल पुत्र रोशनलाल ने सरपंच विष्णु मीणा के रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। शिकायत पत्र में बताया था कि परिवादी ने नरसिंहगढ ग्राम पंचायत में सफाई कार्य किए थे, जिसका सालभर का भुगतान बाकि है। हर माह के 4000 रूपए वेतन के अनुसार उसे सालभर के 48 हजार रूपए वेतन भुगतान मिलना है। यह राशि पास करने की एवज में सरपंच विष्णु मीणा उससे 2 महीने का वेतन 8000 रूपए रिश्वत मांग रहा है और काफी निवेदन के बाद परिवादी की डेढ़ माह के वेतन 6000 रूपए में सरपंच तैयार हो गया है। सरपंच ने शर्त रखी थी कि रिश्वत राशि मिलने के बाद ही वह उसका काम पंचायत में आगे जारी रखेगा।
शिकायत का एसीबी ने सत्यापन किया, जिसमें आरोपी सरपंच विष्णु मीणा के रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि हुई। इस पर आज उपाधीक्षक हेरंब जोशी के नेतृत्व में एसीबी टीम ग्राम पंचायत पहुंची। सरपंच में परिवादी को निम्बाहेड़ा के दशहरा मैदान बुलाया। जहां सरपंच विष्णु मीणा ने जैसे ही परिवादी से 6000 रूपए रिश्वत ली, एसीबी टीम ने दबिश देकर उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
एसीबी टीम: उपाधीक्षक हेरंब जोशी के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल रमेशचन्द्र, मुनीर मोहम्मद और कांस्टेबल टीकाराम की टीम ने यह ट्रेप कार्यवाही की है।