श्रीनगर,(ARLive news)। राज्यसभा का कार्यकाल पूरा होने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद जम्मू कश्मीर की तीन दिवसीय दौरे पर हैं। इस दौरान गुलाम नबी ने कहा मैं राज्यसभा से रिटायर हुआ हूं, राजनीति से रिटायर नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि वह संसद से पहली बार रिटायर नहीं हुए हैं। आज कई बरसों बाद हम राज्य का हिस्सा नहीं हैं, हमारी पहचान खत्म हो गई है। राज्य का दर्जा वापस पाने के लिए हमारी संसद के अंदर और बाहर लड़ाई जारी रहेगी। जब तब यहां चुने हुए नुमाइंदे मंत्री और मुख्यमंत्री नहीं होंगे, तब तक बेरोज़गारी, सड़कों और स्कूलों की ये हालत जारी रहेगी।
इस यात्रा के दौरान गुलाम नबी आजाद के साथ जी-23 के भी कई नेता मौजूद हैं। शनिवार को जम्मू में रैली के दौरान कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने दिल्ली से आए कांग्रेस के नेताओं का स्वागत किया। इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत में गुलाम नबी आजाद ने कहा कि और नेता भी इस कार्यक्रम में शामिल होना चाह रहे थे, लेकिन मैंने उन्हें मना किया, मैंने कहा कि लोग अटकलें लगाने लगेंगे। मैंने उन्हें अगली बार आने के लिए कहा।
इस दौरान उन्होंने आनंद शर्मा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पार्टी के कई सीनियर नेता जो यहां मौजूद हैं, इन लोगों ने संसद में जम्मू कश्मीर के लोगों की आवाज उठाई है।एक समय में कांग्रेस के 23 नेताओं ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे। जिसके बाद इन्हें G-23 के नाम से भी जाना जाता है। जम्मू पहुंचने वालों में हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व यूपी कांग्रेस प्रमुख राज बब्बर, पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा और कपिल सिब्बल शामिल हैं।