भीलवाड़ा,(ARLive news)। भीलवाड़ा के करेड़ा में रायपुर थाना क्षेत्र स्थित 400 साल पुराने प्रसिद्ध जगदीश भगवान के मंदिर में बीती देर रात बदमाश पुजारी और उसके भतीजे के बंधक बनाकर मंदिर में रखे जेवर और भगवान की मूर्ति के पहनाए जेवर डकैती कर ले गए। बदमाश मंदिर की दीवार फांदकर अंदर घुसे थे, पुजारी से जबरन मंदिर के संदूक की चाबी ली और करीब डेढ़ घंटे तक मंदिर में लूट की।
वारदात की सूचना पर पुलिस उपाधीक्षक गोपीचंद सहित अन्य पुलिस अधिकारी मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। डाॅग स्क्वाॅयड की टीम भी मौके पर पहुंची है। वारदात से क्षेत्रवासियों में काफी रोष है। क्षेत्रवासियों ने कहा बदमाशों के हौंसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब भगवान के मंदिर को भी नहीं छोड़ रहे।
मंदिर के पुजारी घनश्याम दास ने बताया कि गुरुवार रात वे, भतीजे कालू दास के साथ मंदिर के दोनों दरवाजे बंद कर परिसर में सोए हुए थे। रात करीब 2 बजे मंदिर के पिछवाड़े से बांस के सहारे तीन बदमाश मंदिर परिसर में घुस आए। कूदने की आवाज सुनकर पुजारी जाग गए। पुजारी कुछ करते उससे पहले बदमाशों ने उन पर लाठी से वार किया और जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद बदमाशों ने पुजारी और भतीेजे का मुंह बांध दिया। भतीजा कालूदास बदमाशों का विरोध करने खड़ा हुआ तो उसके पैरों में डंडा मारकर घायल कर दिया।
पुजारी से मंदिर की चाबी और मोबाइल छीन लिया। बदमाशों ने मंदिर में लगे सभी सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए और डीवीआर अपने पास रख ली। इसके बाद बदमाशों ने मंदिर में लूटपाट की, संदूक में रखे जेवरों सहित भगवान की मूर्ति पर पहनाए गए जेवर तक उतार कर ले गए। जाने से पहले बदमाशों ने पुजारी को उसका मोबाइल वापस किया और किसी को फोन नहीं करने की धमकी दी।
पुजारी को धमकाया कि पुलिस को बताना यूपी के बदमाश थे
बदमाश इतने शातिर थे कि उन्होंने पुजारी को धमकाया कि पुलिस पूछे कि बदमाशों की बोली क्या थी, तो कहना यूपी के लग रहे थे। हालां कि पुजारी ने पुलिस को बताया कि बदमाशों की भाषा और बोली राजस्थान के शेखावटी क्षेत्र की लग रही थी।