लकी जैन,(ARLive news)। राजस्थान के बदमाशों में पिछले कुछ समय से एक रोचक तथ्य सामने आ रहा है। बदमाशों में नंबरदार गैंग बनने का ट्रेंड चल पड़ा है। पहले मुखिया के नाम या सरनेम से गैंग के नाम रखे और पहचाने जाते थे। लेकिन पिछले कुछ समय से गैंग का नंबर ही उसकी पहचान बन गयी है।
जयपुर-अलवर की तरफ गैंग को कोई नंबर नहीं मिला तो उसने मुखिया के मोबाइल नंबर में आने वाली डिजिट 6161 से गैंग का नाम 6161 रख दिया। अब गैंग के सभी सदस्य ऐसे ही मोबाइल नंबर लेते हैं, जिसमें 6161 सिरीज हो। वहीं जोधपुर की गैंग 007 ने अपना नाम जेम्स बॉन्ड 007 से रखा है।
बैंक डकैती के समय हुआ 6161 गैंग का खुलासा
उदयपुर के मादड़ी इंडस्ट्रीयल एरिया स्थित पंजाब नेशनल बैंक में गत महीने हुई 19 लाख 72 हजार की डकैती किसी और गैंग ने नहीं, बल्कि 6161 गैंग ने ही की थी। 6161 गैंग और जोधपुर की दयाल गैंग ने मिलकर ही इस वारदात को अंजाम दिया था। इस गैंग का मुखिया प्रदीप गुर्जर अभी भी फरार है।
007 गैंग ने सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ पोस्ट की फोटो
गत महीनों में 007 गैंग अचानक से चर्चा में आयी थी। इस गिरोह के बदमाशों ने सोशल मीडिया पर 007 ग्रुप नाम से फेसबुक पेज बनाया और इस ग्रुप के सात बदमाशों ने आधुनिक हथियारों के साथ फेजबुक पेज पर अपनी फोटो पोस्ट की। आज भी इस पेज की कवर फोटो में हथियारों के साथ ग्रुप के सदस्यों की फोटो है।
पुलिस विभाग अपनी साइबर टीम के जरिए इस फेसबुक पेज को हटवा सकती थी या ब्लॉक करवा सकती थी। लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नहीं हुआ। इस कारण से युवाओं में सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ फोटो पोस्ट करने का ट्रेंड बढ़ रहा है, जो सोसायटी के लिए अच्छी प्रेक्टिस नहीं है।