उदयपुर,(ARLive news)। उदयपुर पुलिस और एसओजी द्वारा पिछले तीन दिनों में शराब से भरी गुजरात नंबर की गाड़ियों को पकड़े जाने की कार्यवाहियां राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की उस वात को मजबूती दे रही हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि गुजरात में आजादी के बाद से शराब पर प्रतिबंध है, इसके बावजूद वहां शराब की खपत अधिकतम है।
हालां कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की यह बात गुजरात मुख्यमंत्री को पसंद नहीं आयी थी और उन्होंने इसे गुजरात की जनता का अपमान बताया था। शराब पर प्रतिबंध को लेकर दो मुख्यमंत्रियों की बीच वाक युद्ध हुआ।
सोमवार को भी उदयपुर के पहाड़ा थाना पुलिस ने गुजरात के विजयनगर जाने वाले हाईवे पर नाकाबंदी कर गुजरात नंबर की इनोवा कार से हरियाणा और अरूणाचल प्रदेश निर्मित अंग्रेजी शराब से भरे कार्टन पकड़े थे। इन कार्टन में विभिन्न अंग्रेजी ब्रांड की 444 बोतलें बरामद हुई थीं। खासबात यह है कि यह शराब अहमदाबाद ले जायी जा रही थी।
थानेदार रतन सिंह ने बताया कि अहमदाबाद निवासी अर्जुन पुत्र हरिओम पाण्डे, महेश पुत्र गिरवत भाई राजपुत, उदयपुर के घासा निवासी तुलसीराम पुत्र लोगरजी डांगी को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने बताया कि यह शराब भरत उर्फ भुरालाल डांगी ने कार में भरवायी थी और अहमदाबाद के रवी चौधरी तक पहुंचानी थी।
इससे तीन दिन पहले एसओजी ने भी उदयपुर-गुजरात के बॉर्डर एरिया के थानाक्षेत्र के पास तीन कारें जब्त की थी और उनसे भी बड़ी मात्रा में विभिन्न ब्रांड की अंग्रेजी शराब जब्त की गयी थी।
तस्करों ने बदला तरीका
एसओजी और पुलिस कार्यवाही में खुलासा हुआ है कि बॉर्डर एरिया में पुलिस चेकिंग में शराब के ट्रकों के पकड़े जाने और एक बार की कार्यवाही में बड़ा नुकसान से बचने के लिए शराब तस्करों ने तस्करी के तरीके में बदलाव किया है। अब अवैध शराब बड़े-बड़े ट्रकों के बजाए छोटी कारों के जरिए बॉर्डर पार गुजरात पहुंचायी जाती है। इनोवा, बोलेरो, स्कॉर्पियो जैसी गाड़ियों में शराब के काफी कार्टन आ जाते हैं और यह टूरिस्ट गाड़ियों जैसी लगने के चलते बॉर्डर एरिया में पकड़े जाने की संभावना कम होती है।
बॉर्डर एरिया में बनाए गोदाम
तस्करों ने उदयपुर-गुजरात बॉर्डर एरिया में उदयपुर के गांवों में कई जगह अवैध गोदाम बना रखे हैं। शराब ट्रकों में इन गोदामों तक पहुंचायी जाती है और फिर छोटी गाड़ियों में शिफ्ट कर बॉर्डर पार गुजरात भेजी जाती है।