उदयपुर,(ARLive news)। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की स्पेशल यूनिट ने शुक्रवार को केन्द्रीय कारागृह के पास यूआईटी के पटवारी रमाकांत मीणा को 7 हजार रूपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। पटवारी रमाकांत यह राशि परिवादी से भूखंड का नामांतरण खोलने की एवज में ले रहा था।
एडिएसपी सुरेन्द्र सिंह भाटी ने बताया कि यूआईटी के पटवारी आकाशवाणी कॉलोनी हिरणमगरी निवासी रमाकांत मीणा पुत्र बजरंगलाल को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। गोवर्धन विलास सेक्टर 14 निवासी परिवादी राम सिंह शेखावत ने एसीबी स्पेशल यूनिट में शिकायत दी थी कि जनवरी 2019 में पत्नी सुमन कुंवर के नाम से इंद्रा नगर सेक्टर 14 में एक प्लाट खरीदा था। प्लॉट का पंजीयन कराने के बाद उसके नामांतरण के लिए यूआईटी में नामांतरण के लिए आवेदन किया था। 13 मार्च को यूआईटी पटवारी रमाकांत मीणा ने मोबाइल पर कॉल किया कि प्लॉट तालाब पेटे में आ रहा है, नामांतरण खोलने में समस्या आ रही है। यूआईटी में आकर मिलो, 10 हजार रूपए का खर्चा-पानी करो तो प्लॉट को तालाब पेटे से बाहर दर्शाकर नामांतरण खुलवा दुंगा।
परिवादी की शिकायत पर एसीबी टीम ने सत्यापन करवाया तो शिकायत की पुष्टि हुई। पटवारी नामांतरण खुलवाने की एवज में 10 हजार रूपए रिश्वत मांग रहा था। परिवादी के निवेदन करने पर पटवारी 7 हजार रूपए में यह काम करने के लिए राजी हो गया।
आरोपी ने सेंट्रल जेल के पास तिराहे पर परिवादी को रूपयों के साथ बुलाया था। परिवादी एसीबी टीम को सूचना देकर वहां पहुंचा। एसीबी टीम भी मौके पर आस-पास पहुंच गई। पटवारी रमाकांत ने मौके पर जैसे ही परिवादी से रिश्वत राशि के 7 हजार रूपए लिए एसीबी टीम ने उसे धरदबोचा।
2012 में ही शुरू हुई नौकरी : एसीबी अधिकारी ने बताया कि रमाकांत मीणा की 2012 में ही पटवारी के पद पर नियुक्ति हुई थी और मई 2018 से वह यूआईटी में नियमन शाखा तृतीय में पटवारी पद पर है।
टीम : यह कार्यवाही एसीबी निरीक्षक दिलीप सिंह झाला, एसआई लक्ष्मणलाल डांगी, हेडकांस्टेबल सुरेश कुमार सोनी, कांस्टेबल नारायण सिंह चूंडावत, नंद किशोर पंड्या, प्रदीप भंडारी, विनोद डामोर, सुरेश चन्द्र मेनारिया और यूसुफ मोहम्मद ने की।