घनश्याम तिवाड़ी ने कहा जहां सिर्फ दो प्रमुख पार्टियां है, वह राज्य बीमारू श्रेणी में है, अब हम अन्य दलों के साथ मिलकर तीसरा फ़्रंट खड़ा करेंगे।
जयपुर। सांगानेर विधायक घनश्याम तिवाडी ने मंगलवार को न्यूली फॉमर्ड भारत वाहिनी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष पद का पदभार ग्रहण कर लिया। तिवाडी ने घोषणा कि आगामी विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव में बीवीपी अन्य दलों के साथ मिलकर थर्ड फ्रंट खडा करेगा। कांग्रेस और भाजपा के अलावा अन्य दलों को बीवीपी से जोडा जाएगा।
बिडला ऑडिटोरिय में मंगलवार को बीवीपी का पहला प्रदेश अधिवेशन हुआ। इस अधिवेशन के माध्यम से तिवाडी ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया। प्रदेशभर से भारत वाहिनी पार्टी और दीनदयाल वाहिनी के कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया गया। अधिवेशन के दौरान दीनदयाल वाहिनी का बीवीपी मे विलय किया गया। साथ ही तिवाडी ने बीवीपी के प्रदेशाध्यक्ष पद का पदभार ग्रहण किया।
आजादी के बाद से रहा है तीसरा मोर्चा
अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में तिवाडी ने कांग्रेस और भाजपा दोनों पर निशाना साधा। तिवाडी ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस के कारण आज तक राजस्थान का विकास नहीं हुआ। राजस्थान को बीमारू श्रेणी में रखा गया है। जिस भी राज्य में दो प्रमुख पार्टियां है, वह राज्य बीमारू श्रेणी में है। जहां तीन पार्टियां है, उन राज्यों का विकास हुआ है। आजादी के तुरन्त बाद से ही प्रदेश में तीसरा मोर्चा सक्रिय रहा है जो बीस वर्ष पूर्व भैरोंसिंह शेखावत के समय भाजपा में विलय हो गया। अब फिर एक तीसरा मोर्चा प्रदेश में अपनी जगह बनाएगा।
तबादला उद्योग की तय है दर
तिवाडी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में तबादलों के नाम पर उद्योग खडा हो गया है और तबादलों मंत्रियों का गृह उद्योग बन गए हैं। यहां हर तबादले की दर तय है, उसमें कोई कमीशन नहीं, कुछ कम नहीं और कुछ भी ज्यादा नहीं लिया जाता है। उन्होंने मंदिर तोडने और हिंगोनिया गौशाला में गायों की मौत को लेकर भी भाजपा सरकार पर निशाना साधा।
प्रदेश और देश में आज जो अघोषित आपातकाल लागू है वह घोषित आपातकाल से अधिक खतरनाक है। पार्टी में लगातार कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है। इस अवसर पर बीवीपी की संविधान पुस्तिका और राजस्थान नवनिर्माण एजेंडा का विमोचन किया गया।
समेलन को पार्टी के संस्थापक अखिलेश तिवाडी, पूर्व विधायक डा. मूल सिंह, नारायण राम बेड़ा एवं अन्य नेताओं ने सम्बोधित किया। तिवाडी ने भारत वाहिनी की बीवीपी के विलय की घोषणा करते हुए कहा कि भारत वाहिनी की जिलों की कार्यकारिणी बीवीपी में काम करेगी। तिवाडी ने बीवीपी का राष्ट्रीय पार्टी बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वह राजस्थान में पार्टी का काम देखेंगे। जबकि बीवीपी के चार संस्थापक सदस्य दूसरे राज्यों में पार्टी का विस्तार करेंगे।