उदयपुर पुलिस की बड़ी करवाई।
63400 रुपये के नकली नोट पकड़े गए।
ग्रेजुएट ने यूट्यूब से सीखा नकली नोट बनाना।
उदयपुर पुलिस ने बुधवार को नकली नोट गिरोह पर कार्रवाई करते हुए, बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने शहर के शास्त्री सर्किल पर संदिग्ध गाड़ी से 63400 रुपये के नकली नोट बरामद किए है और गिरोह के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस की इस कार्यवाही से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का नोट बंदी के समय किया गया दावा भी फेल हो गया है कि नए नोट आने के बाद बाजार से नकली नोट खत्म हो जाएंगे।
उदयपुर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि नकली नोटों के साथ डूंगरपुर निवासी विकास पुत्र कमल चंद चावला, माजिद खान पुत्र मोहम्मद नूर खान, सलूंबर हाल न्यू भूपालपुरा निवासी रिहान खान उर्फ ठाकुर पुत्र हुसैन खान और डूंगरपुर निवासी प्रेम कुमार पुत्र बंशी लाल मेघवाल को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से एक अटेची में रखे 63400 रुपये के नकली नोट बरामद किए है। इनमें 2-2 हजार के 11 नोट, 500-500 के 13 नोट और 100-100 के 349 नोट जब्त हुए हैं।
घर पर छाप रहा था नोट
थानाधिकारी हरेंद्र सिंह सोढ़ा ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया है कि वे ये नकली नोट घर मे लगे टोनर प्रिंटर पर ही छाप रहे थे। गिरोह का मास्टर माइंड विकास ग्रेजुएट पास है। उनका बिज़नेस था। बिज़नेस में नुकसान होने के बाद उसने पैसा कमाने के लिए उसे नकली नोट छापने का विचार आया। उसने यू-ट्यूब पर नकली नोट छापने का तरीका सीखा, फिर घर पर ही प्रिंटर लगा नकली नोट छाप कर बाजार में चलाने लगा। ज्यादा से ज्यादा नोट बाजार में चलाने के लिए साथियों को लालच दिया और उन्हें भी गिरोह में मिला लिया।
कार्यवाही में एसटीएफ के प्रभारी गोरधन सिंह भाटी, हेड कांस्टेबल सुखदेव सिंह, कांस्टेबल सलीम खान, प्रह्लाद पाटीदार, योगेश कुमार, यशपाल, लोकेश और कमलेन्द्र की मुख्य भूमिका रही है।